
Shani Amavasya 2025 (photo- grok ai)
Shani Amavasya 2025: आज 23 अगस्त को भाद्रपद मास की शनि अमावस्या है। पंचांग के अनुसार कृष्ण पक्ष की पंद्रहवीं तिथि को अमावस्या कहा जाता है। इस दिन शनि देव की पूजा का विशेष महत्व है। साथ ही इस दिन लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध करते हैं। ऐसा करने से पितृ दोष दूर होता है और परिवार को पुण्य फल मिलता है। माना जाता है कि अमावस्या के प्रदोष काल यानी संध्या समय माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन-लाभ भी होता है।
लेकिन ज्योतिष शास्त्र में यह कहा गया है कि अमावस्या की रात बहुत रहस्यमयी और खतरनाक भी होती है। इस रात को तंत्र-मंत्र और साधना का समय माना जाता है। कई तांत्रिक अमावस्या की रात साधना करके विशेष शक्तियां प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। यही वजह है कि इस रात और अगले दिन लोगों को सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
ज्योतिष के अनुसार, अमावस्या का दिन तो पुण्य कमाने और पूजा-पाठ के लिए शुभ है, लेकिन रात में तामसिक शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं। इस समय पाप ग्रहों का प्रभाव बढ़ जाता है। अमावस्या का सीधा संबंध राहु और केतु से भी माना गया है। इसके अलावा, अमावस्या की रात चंद्रमा की शक्ति सबसे कमजोर होती है। चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। इसलिए इस दिन लोगों का मन आसानी से विचलित हो सकता है। खासकर कर्क राशि के जातकों और जिनका मूलांक 2 होता है, उन्हें ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है।
देर रात बिना वजह बाहर न घूमें, क्योंकि इस समय नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा सक्रिय होती है। अपने मन पर नियंत्रण रखें। योग और ध्यान का अभ्यास करें, वरना मन उदासी और बेचैनी से भर सकता है। किसी अजनबी से दी गई मिठाई या खाना न खाएं।रात में कपड़े खुले में सूखने के लिए न छोड़ें। साथ ही श्मशान, सुनसान जगह या पुराने वृक्ष के पास न जाएं।
Published on:
23 Aug 2025 12:02 pm
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