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Shani Nakshatra Parivartan 2025: दशहरा से पहले शनि का नक्षत्र परिवर्तन, जानिए किन राशियो के लिए नुकसानदेह

Shani Nakshatra Parivartan 2025: 3 अक्टूबर को शनि देव का नक्षत्र परिवर्तन होने जा रहा है। जानें कौन-कौन सी राशियों के लिए यह समय चुनौतियों भरा रहेगा और कैसे इन नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है।

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भारत

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Dimple Yadav

Sep 22, 2025

Shani Nakshatra Parivartan

Shani Nakshatra Parivartan (photo- gemini)

Shani Nakshatra Parivartan 2025: ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्यायप्रिय और दंडाधिकारी ग्रह माना गया है। शनि जातकों को उनके कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। शनि का प्रभाव केवल जीवन के दुख और कठिनाइयों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह रोग, विज्ञान, तकनीक और कर्मक्षेत्र में भी प्रभाव डालता है। जब शनि का राशि या नक्षत्र परिवर्तन होता है, तो इसका असर प्रत्येक जातक के जीवन में महसूस किया जा सकता है।

इस बार शनि का नक्षत्र परिवर्तन दशहरे के अगले दिन, यानी 3 अक्टूबर को होने जा रहा है। वर्तमान में शनि उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में स्थित हैं और 3 अक्टूबर की रात 9:49 बजे वे पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। अक्टूबर की शुरुआत में यह परिवर्तन कई राशियों के लिए नुकसानदेह साबित होने वाला है।

मेष और कर्क राशि: मानसिक तनाव और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां

मेष और कर्क राशि के जातकों को इस नक्षत्र परिवर्तन से मानसिक तनाव, चिंता और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में बाधाएं आ सकती हैं और रिश्तों में अनबन या गलतफहमी के योग बन सकते हैं। इस दौरान सावधानी और संयम बहुत जरूरी है।

तुला और मीन राशि: वित्तीय नुकसान का खतरा

तुला और मीन राशि वालों को शनि के इस नक्षत्र परिवर्तन से आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी होगी। अचानक खर्च बढ़ सकते हैं या निवेश में लाभ कम हो सकता है। बड़े वित्तीय निर्णय लेने से पहले सोच-समझकर कदम उठाना जरूरी है।

सिंह और वृश्चिक राशि: करियर में रुकावटें

सिंह और वृश्चिक राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। प्रमोशन या नए प्रोजेक्ट में रुकावटें आ सकती हैं। साथ ही सहकर्मियों के साथ तालमेल बिगड़ने का डर भी है।

सावधानी और उपाय

इस दौरान शनि देव की पूजा और शांति पाठ करना शुभ माना गया है। पीले वस्त्र पहनें और शनिवार को शनि मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें। बड़ों का आशीर्वाद लें और संघर्ष या विवाद में जल्दबाजी न करें।

नक्षत्र परिवर्तन का समय और महत्व

शनि का नक्षत्र परिवर्तन 3 अक्टूबर की रात 9:49 बजे होगा, जब वे पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषियों के अनुसार इस समय का सही लाभ उठाना जरूरी है, क्योंकि शनि देव के इस परिवर्तन से जीवन में कई महत्वपूर्ण बदलाव और अवसर आ सकते हैं।