
कहते हैं गुरु का ज्ञान जिसके पास हो वह दुनिया में कही मात नहीं खा सकता। ज्ञान गुरु है। सांसारिक और पारमार्थिक ज्ञान देने वाले वक्ति को गुरु कहा जाता है। गुरु पांच तरह के होते हैं। 1. शिक्षक-जो स्कूल में बच्चों को शिक्षा देता है। 2. आचार्य-जो अपने आचरण से शिक्षा देता है। 3. कुलगुरु-जो वर्णाश्रम धर्म के अनुसार संस्कार ज्ञान देता है। 4. दीक्षा गुरु-जो परपंरा का अनुसरण करते हुए अपने गुरु के आदेश पर आध्यात्मिक उन्नति के लिए मंत्र दीक्षा देते हैं। 5.गुरु-वास्तव में यह शब्द समर्थ गुरु अथवा परम गुरु के लिए आया है। गुरु का अर्थ है भारी। ज्ञान सभी पे भारी है अर्थात महान है अतः पूर्ण ज्ञानी चेतन्य रूप पुरुष के लिए गुरु शब्द प्रयुक्त होता है। उसकी ही स्तुति की जाती है। नानक देव, त्रेलंग स्वामी, तोतापुरी, रामकृष्ण परमहंस, महर्षि रमण, स्वामी समर्थ, स्वामी करपात्री महाराज, महावतार बाबा, लाहडी महाशय, हैडाखान बाबा, सोमबार गिरी महाराज, स्वामी शिवानन्द, आनंदमई मां, स्वामी बिमलानंदजी, मेहर बाबा आदि सच्चे गुरु रहे हैं।
गुरु की कृपा से आपके जीवन में शांति आएगी। फिलहाल कर्क, मिथुन, वृषभ, मेष और मीन राशि वाले लोगों पर गुरु की कृपा बनी हुई है। ये राशि वाले लोग मालामाल हो सकते हैं। अगर आप भी इन राशियों में से हैं तो ‘जय गुरु देव‘ लिखकर अपने गुरु का स्मर्ण करें। गुरु की कृपा से परिवार में चल रहे विवाद खत्म होंगे। कोर्ट कचहरी के मामलां में आपकी जीत होगी। आपके माता-पिता आपको अपनी जायदाद दे सकते हैं। गुरु की कृपा से आपको लगातार धन लाभ मिलता रहेगा। आपके अंदर गजब का आत्मविश्वास आ जाएगा।
आप हर काम को आसानी से कर पाएंगे। आपका कॅरियर आगे बढ़ेगा। व्यापार में आपकी चौगुनी तरक्की होगी। आपको व्यापार में कोई नहीं पहुंच पाएगा। परिवार में सबसे ज्यादा आय आपकी होगी। लोग आपको सम्मान की नजर से देखेंगे। प्रेम विवाह में गुरु आपकी मदद करेगा।
Published on:
21 Jan 2021 09:41 am
बड़ी खबरें
View Allधर्म-कर्म
धर्म/ज्योतिष
ट्रेंडिंग
