scriptनहीं मिला बजट, देसी जुगाड़ से निकाला पानी निकासी का रास्ता | Budget was not available, a way to drain water was found through local Jugaad | Patrika News
धौलपुर

नहीं मिला बजट, देसी जुगाड़ से निकाला पानी निकासी का रास्ता

जलभराव की समस्या से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए नगर परिषद ने भारी भरकम करोड़ों रुपए का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजा था लेकिन बड़ा प्रोजेक्ट के चलते सरकार ने भी हाल खड़े कर दिए। जिस पर जिला प्रशासन की ओर से नगर परिषद इंजीनियरों के साथ मंथन हुआ और फिर देसी फार्मूला अपनाते हुए बाड़ी रोड पर बरसात में ताबाही मचाने वाल छितरिया ताल के ओवरफ्लो पानी बनाने के लिए करीब 40 से 45 लाख रुपए में बड़ा नाला या कहे छोटी ड्रेनेज नहर तैयार करवाना शुरू किया।

धौलपुरMay 18, 2025 / 07:25 pm

Naresh

नहीं मिला बजट, देसी जुगाड़ से निकाला पानी निकासी का रास्ता Budget was not available, a way to drain water was found through local Jugaad
– शहर कॉलोनियों में अब नहीं घुसेगा छितरिया ताल का पानी, छोटी नहर तैयार

– नगर परिषद ने भेजा था 152 करोड़ का प्रस्ताव, अब करीब 45 लाख में ही व्यवस्था

धौलपुर. कहते हैं जब बड़ी जुगाड़ फेल हो जाती हैं तो फिर देसी से काम चलाया जाता है। ऐसा ही कुछ नगर परिषद प्रशासन के साथ हुआ। परिषद की माली हालत पहले से ही खराब है और शहर में खस्ताहाल सीवरेज और जलभराव की समस्या से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए नगर परिषद ने भारी भरकम करोड़ों रुपए का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजा था लेकिन बड़ा प्रोजेक्ट के चलते सरकार ने भी हाल खड़े कर दिए। जिस पर जिला प्रशासन की ओर से नगर परिषद इंजीनियरों के साथ मंथन हुआ और फिर देसी फार्मूला अपनाते हुए बाड़ी रोड पर बरसात में ताबाही मचाने वाल छितरिया ताल के ओवरफ्लो पानी बनाने के लिए करीब 40 से 45 लाख रुपए में बड़ा नाला या कहे छोटी ड्रेनेज नहर तैयार करवाना शुरू किया। पहले प्रोजेक्ट पर करीब 152 करोड़ रुपए खर्चो बताया गया लेकिन जब सरकार ने हाथ खड़े कर दिए तो परिषद ने देसी जुगाड़ के जरिए बरसाती पानी निकालने का रास्ता तैयार किया। उक्त छोटी नहर अगले सप्ताह तक बनकर तैयार हो जाएगी। यानी अब बाड़ी रोड के लोगों को आने वाले मानसून में छितरिया ताल के पानी से खतरा नहीं रहेगा।
1500 मीटर लम्बी और 10 फीट चौड़ी है नहर

छितरिया ताल के डे्रनेज पानी को निकालने के लिए यह छोटी नहर करीब 90 फीसदी बन चुकी है। यह नहर बाड़ी रोड पर झोरवाल माता मदिर के पीछे से शुरू होकर मचकुण्ड रोड तक पहुंची है। जेसीबी से खुदाई कर 10 फीट चौड़ी नहर बनाई जा रही है। इसकी कुल लम्बाई 1500 मीटर रहेगी। इसमें तीन पुलिया बन रही हैं। मचकुण्ड रोड से क्रास यह नहर आगे बीहड़ तक जाएगी। इसके बाद ड्रेनेज का पानी चंबल नदी में पहुंच जाएगा। नहर पूरी तरह से बंद होगी और इसमें केवल ओवरफ्लो पानी ही जाएगा।
फिर से हटेंगे बड़े अतिक्रमण…कल से शुरू होगा ऑपरेशन

नगर परिषद अब फिर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू करेगा। इसमें विशेष कर सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने वालों पर पीला पंजे की गाज करेगी। सूत्रों के अनुसार नगर परिषद प्रशासन संभवतया सोमवार या फिर रविवार देर शाम से कार्रवाई शुरू कर सकता है। इस दफा सरकारी भूमि पर हो रहे कब्जे हटेंगे। इसमें बड़े स्तर पर पुलिस बल का सहयोग रहेगा और उत्पात मचाने वाले सीधे हवालात में पहुंचेंगे।
कब्जा मुक्त जमीन पर बनेंगे जिम, सामुदायिक भवन

नगर परिषद प्रशासन का कहना है कि शहर में करीब 8 से 10 स्थान चिह्नित किए हैं, जो रेकॉर्ड में सरकारी भूमि है। कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने बगल की सरकारी भूमि पर कब्जा कर लिया। अब नगर परिषद दस्ता इनके खिलाफ सख्ती अभियान चलाएगा। अतिक्रमियों से भूमि मुक्त कराने के बाद परिषद उक्त जमीनों पर जिम, सामुदायिक भवन (मैरिज होम) और पार्क डवलप करेगी। जिससे नगर परिषद के आय के स्रोत शुरू होंगे। अभी तक नगर परिषद पर आय का स्रोत नहीं होने से माली हालत खराब है। हाल ये है कि रावण दहन के लिए भी भामाशाहा का सहयोग लिया जा रहा है।
मचकुंड रोड की सुधरेगी वापस हालत…

खस्ताहाल पड़ा मचकुण्ड रोड की अब वापस हालत सुधारेगी। नगर परिषद आयुक्त अशोक शर्मा ने बताया कि रोड की मरम्मत पीडब्ल्यूडी करने जा रही है। वहीं, आसपास सडक़ किनारे पौधरोपण और लाइट वापस लगाए जाएगी। साथ ही यहां गार्डन भी बनाने की योजना है। कुछ अतिक्रमण हो रहे हैं, उन्हें हटाया जाएगा। इन स्थानों पर आम लोगों के लिए जनसुविधाएं बढ़ाई जाएगी। आयुक्त ने कहा कि छितरिया ताल का पानी अब लोगों को परेशान नहीं करेगा। परिषद ने कम लागत में एक छोटी नहर बनाई है, जिससे काफी राहत मिलेगी।
– शहर में इस दफा बरसाती पानी से लोग परेशान न हो, इसको लेकर प्रयासरत हैं। छितरिया ताल के पानी निकासी को लेकर कार्य चल रहा है। शहर में दिन-रात नालों की सफाई हो रही हैं। बरसात से पहले काम कराने का प्रयास किया जा रहा है।
– श्रीनिधि बी टी, जिला कलक्टर, धौलपुर

Hindi News / Dholpur / नहीं मिला बजट, देसी जुगाड़ से निकाला पानी निकासी का रास्ता

ट्रेंडिंग वीडियो