
Dholpur News : देशवासी नवनिर्मित राम मंदिर में भगवान रामलला के दर्शन को आतुर हैं। लेकिन, आपको बता दें कि करीब 300 साल पहले अयोध्या के भगवान राम मंदिर में प्रवेश के लिए टोकन का उपयोग किया जाता था। यह टोकन राम टंका और राम टौका के नाम से प्रचलित था। इस तरह का टोकन धौलपुर जिले के बाड़ी कस्बा निवासी संग्रहकर्ता अजय गर्ग के संग्रह में भी है। अब जबकि रामलला अपने स्थान पर विराजमान हो रहे हैं तो संग्रहकर्ता भी खुश हैं और वे यह कहते हुए नहीं थकते कि भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में प्रवेश का बहुमूल्य टौका उनके संग्रह में है।
संग्रहकर्ता अजय गर्ग ने बताया कि ये टोकन बहुत ही दुर्लभ है। एक तरफ श्रीराम भगवान और सीता माता अंकित हैं तो दूसरी तरफ राम दरबार है। जिसमें प्रभु श्रीराम, सीता माता, राम भक्त हनुमान, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न अंकित हैं।
रामायण नाम से जारी टिकट शृंखला भी मौजूद
इसके अलावा अजय के पास भारत सरकार द्वारा 22 सितंबर 2017 को रामायण के नाम से जारी 11 डाक टिकट वाली बहुत ही खूबसूरत सीट है। गर्ग ने बताया कि भारतीय डाक विभाग ने सर्वप्रथम 14 अक्टूबर 1970 को रामायण के रचनाकार महर्षि वाल्मीकि पर एक डाक टिकट जारी किया जिस पर राम, सीता, लक्ष्मण को वनवास पर जाते हुए दिखाया गया। इसके ठीक 47 वर्ष बाद इंडिया पोस्ट ने रामायण नाम 11 टिकटों का एक सेट जारी किया। जिसमें भगवान श्रीराम के पूरे जीवन का उल्लेख किया गया है। जिसमें सीता माता का स्वयंवर, 14 साल का वनवास, भरत मिलाप, केवट प्रसंग, सीता हरण, शबरी के झूठे बेर खाते प्रभु, हनुमान जी द्वारा सीता की खोज, लंका के लिए रामसेतु का निर्माण, हनुमान द्वारा द्रोणागिरी पर्वत उठाकर लाना, रावण से अंतिम युद्ध एवं मध्य में पूरे राम दरबार को मध्य में प्रदर्शित किया गया है।
Published on:
17 Jan 2024 04:14 pm
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