– सरसों का साग खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल, ब्लैडर, पेट, फेफड़े, प्रोस्टेट और ओवरी के कैंसर का खतरा कम होता है।इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है जो शरीर की मेटाबॉलिक क्रियाओं को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
– साग में कैलोरी कम होती है जिससे वजन नियंत्रित रहता है। इसमें मौजूद कैल्शियम और पोटेशियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। यह हड्डियों से जुड़े रोगों के उपचार में भी फायदेमंद माना जाता है।
– सरसों के साग में विटामिन ए होता है जो आंखों की मांसपेशियों को क्षति से बचाता है और आंखों की रोशनी बढ़ाता है।