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Milk Digestion: जानिए स्वाद व सेहत के हिसाब से दूध की वैरायटी के बारे

Milk Digestion : milk digestion enzyme: milk digestion problems : अक्सर बच्चों व बड़ों को दूध पीने (Milk Diet) के बाद दस्त, उल्टी व पेटदर्द होता है। यह कमजोर पाचनतंत्र या दूध से किसी विशेष प्रकार की एलर्जी के कारण होता है जिसमें दूध पच नहीं पाता। जानिए स्वाद व सेहत के हिसाब से दूध की वैरायटी के बारे ।

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जयपुर

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Vikas Gupta

Jul 04, 2019

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Milk Digestion : milk digestion enzyme: milk digestion problems :

Milk Digestion : Milk Digestion enzyme: milk digestion problems : अक्सर बच्चों व बड़ों को दूध पीने (Milk Diet) के बाद दस्त, उल्टी व पेटदर्द होता है। यह कमजोर पाचनतंत्र (digestion) या दूध से किसी विशेष प्रकार की एलर्जी के कारण होता है जिसमें दूध पच नहीं पाता। ऐसे में विशेषज्ञ हल्का दूध (बिना फैट वाला) पीने या कई बार यदि जानवर के दूध से एलर्जी हो तो नॉन-डेयरी दूध जैसे सोया, नारियल का दूध आदि पीने की सलाह देते हैं। तो जानिए स्वाद व सेहत के हिसाब से दूध की वैरायटी के बारे ।

यह भी पढ़ें- जानिए, दूध पीने का कैसे मिलेगा पूरा फायदा

बकरी का दूध (Goat's milk): कम लेक्टोज होने के कारण यह जल्दी पचता है। विटामिन-ए, सी, मैग्नीशियम से प्रचुर यह दूध बच्चों के लिए अच्छा है। कम फैट होने से यह गाय के दूध से बेहतर है।
फायदे: हड्डियों की कमजोरी व खून की कमी दूर करता है।

गाय का दूध (Cow's milk): इसमें मौजूद पीला पदार्थ 'कैरोटीन' हड्डियों की सूक्ष्म कोशिकाओं को मजबूत करता है। कैल्शियम, विटामिन युक्त यह दूध थोड़ा भारी होता है।
फायदे: थायरॉइड ग्रंथि के कार्य को सुचारू करता है।

भैंस का दूध (Buffalo milk): फैट की अधिकता से यह भारी होने के साथ काफी पौष्टिक भी है। कमजोर पाचनतंत्र या दूध न पचने की समस्या में इससे परहेज करना चाहिए।
फायदे: ऑस्टिओपोरोसिस की आशंका कम करता है।

ऊंटनी का दूध (Camel milk): जल्दी से पचने वाले इस दूध में नेचुरल इंसुलिन होता है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए एक दवा के रूप में काम करता है।
फायदे: दिमाग से जुड़े रोग दूर कर इम्युनिटी बढ़ाता है।

नॉन डेयरी मिल्क, खुद से बनाएं -

सोया मिल्क : लेक्टोज न पचाने वालों के लिए अच्छा है। इसमें प्रोटीन, फाइबर व विटामिन होते हैं। मार्केट से अच्छी क्वालिटी वाला सोया मिल्क लें।
फायदे: मांसपेशियों की मजबूती, कोलेस्ट्रॉल को कम कर हृदय को सेहतमंद रखता है।

बादाम : इसके दूध में गाय के दूध से दोगुनी ताकत होती है। विटामिन-ई ज्यादा व कैलोरी कम है। इसका एक कप दूध एक समय के भोजन के बराबर है।

फायदे: शारीरिक कमजोरी दूर कर दिमागी कार्यक्षमता बढ़ाकर वजन मेंटेन रखता है।

नारियल : प्राकृतिक दूध होने के कारण इसमें विटामिन- बी-कॉम्प्लैक्स, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
फायदे: इसमें लेक्टोज नहीं होता व खून की कमी दूर कर त्वचा में नमी बनाए रखता है।

ओट्स : यह प्राकृतिक रूप से जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करता है। इसमें लैक्टोज नहीं होता। इसमें प्रोटीन व फायबर ज्यादा व कोलेस्ट्रॉल कम है।
फायदे: इम्यूनिटी बढ़ाने व ब्लड शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखता है।