तासीर होती है गर्म
आमतौर पर यह दवा मरीज को 2-3 माह तक लेनी होती है लेकिन सुधार न होने पर इलाज लंबा भी चल सकता है। यह बच्चों को नहीं दी जाती क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। इसकी जगह पर उन्हें खमीरा अबरेशम सादा दी जाती है क्योंकि यह पचने में आसान होती है।
आमतौर पर यह दवा मरीज को 2-3 माह तक लेनी होती है लेकिन सुधार न होने पर इलाज लंबा भी चल सकता है। यह बच्चों को नहीं दी जाती क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है। इसकी जगह पर उन्हें खमीरा अबरेशम सादा दी जाती है क्योंकि यह पचने में आसान होती है।
नोट: दवाओं का प्रयोग डॉक्टरी सलाह से करें।