
जानिए बायपास सर्जरी से जुड़ी अहम बातें
हृदय रोग में एंजियोग्राफी की क्या भूमिका होती है और यह क्यों की जाती है?
यह एक सामान्य स्क्रीनिंग जांच है। यह कोरोनरी आर्टरीज (हृदय तक रक्त पहुंचाने वाली धमनियां) की स्थिति को जानने के लिए की जाती है। यह एक मात्र जांच है जिसके द्वारा हार्ट वेसल(नसों) में रुकावट का पता लगाया जा सकता है। सीटी एंजियोग्राफी महंगी होने के कारण परंपरागत या साधारण एंजियोग्राफी ही की जाती है।
सभी एंजियोग्राफी बायपास सर्जरी की सलाह देती हैं?
100 में से 30 प्रतिशत एंजियोग्राफी जांच तो नॉर्मल रहती है। 30 प्रतिशत को दवा के द्वारा ठीक किया जा सकता है। 30 प्रतिशत को एंजियोप्लास्टी से ठीक किया जाता है और 8 से 9 प्रतिशत की ही बायपास सर्जरी की जाती है।
क्या बायपास सर्जरी को की कीहोल से किया जा सकता है?
नहीं, बायपास सर्जरी की कीहोल के द्वारा नहीं की जा सकती। दुनिया में बहुत ही कम सेंटर्स पर कुछ मरीजों की रोबोट द्वारा सर्जरी की जाती है। यह तकनीक अभी भी पूर्ण रूप से विकसित नहीं है।
क्या खानपान व लाइफ स्टाइल हृदय रोग का कारण बनते हैं?
नहीं, यह जरूरी नहीं है। इसमें मुख्य कारण तनाव का है जो बेकार खानपान व लाइफस्टाइल की तरफ ले जाता है, इसलिए जरूरी है कि तनाव के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ाकर इसे दूर किया जाए।
बायपास सर्जरी के बाद कितने दिन में मरीज रिकवर हो जाता है?
मरीज आमतौर पर पांच से छह दिनों में अस्पताल से डिस्चार्ज के लिए तैयार हो जाता है। हालांकि यह उसकी खुद की क्षमता पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यत: दो से तीन सप्ताह में वह अपने काम पर लौट सकता है।
Published on:
25 Nov 2018 05:40 pm
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