26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नेताजी से नाक रगड़वाई थी, अब उनके पैरों में गिरकर नाक रगड़ी, माफी मांगी

वाहन से कीचड़ उछलने पर पूर्व जिला प्रमुख भगवती लाल रोत से जमीन पर नाक रगड़वाने के मामले में शामिल चार लोगों को बुधवार शाम भेमई गांव में उसी अंदाज में नाक रगड़कर रोत से माफी मांगनी पड़ गई।

2 min read
Google source verification
nose rubbing

नेताजी से नाक रगड़वाई थी, अब उनके पैरों में गिरकर नाक रगड़ी, माफी मांगी

डूंगरपुर। वाहन से कीचड़ उछलने पर पूर्व जिला प्रमुख भगवती लाल रोत से जमीन पर नाक रगड़वाने के मामले में शामिल चार लोगों को बुधवार शाम भेमई गांव में उसी अंदाज में नाक रगड़कर रोत से माफी मांगनी पड़ गई।

भेमई-झोंसावा गांव में मंगलवार को रोत की गाड़ी से कीचड़ उछलने से गुस्साए लोगों ने रोत से जमीन पर नाक रगड़वाकर माफी मंगवाई थी। विवाद बढऩे पर संबंधित लोग घबरा गए। गांव के मोतबिरों और अन्य ग्रामीणों ने विवाद शांत करने के लिए रोत से रात को बात कर माफी मांगी और उन्हें गांव आने का न्योता दिया। इस पर बुधवार शाम को रोत भेमई पहुंचे।

चारों के माफी मांगने के बाद रोत ने भी उन्हें माफ कर दिया। इससे पूर्व मंगलवार रात भी गांव के मोतबिरों ने चारों सम्बंधित लोगों को चौराहे पर बुलाकर जमकर फटकार लगाई। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया था।

ग्रामीणों का कहना..
पूर्व जिला प्रमुख की कोई गलती नहीं थी। फिर भी उन्होंने माफी मांगी इसके बावजूद उनसे इस तरह का व्यवहार पूरे गांव के लिए शर्मनाक था। इसलिए आज चारों से भी उसी तरह माफी मंगवाई।

कुराभाई, ग्रामीण

......इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद पूर्व जिला प्रमुख ने कोई कार्रवाई नहीं की, यह उनका बड़प्पन है। घटना से गांव व समाज शर्मिंदा हुआ है। उसी की भरपाई के लिए रोत को आज गांव में आमंत्रित कर सार्वजनिक रूप से चारों लोगों से माफी मंगवाई।
नारायण पाटीदार, ग्रामीण

रात में ही पूरे गांव ने घटना को दु:खद मानते हुए खेद व्यक्त किया था। चारों लोगों ने सार्वजनिक रूप से माफी भी मंगवाई थी। रात में ही रोत से मिलने जाने वाले थे, लेकिन बाद में उन्हें गांव में आमंत्रित करना तय किया।
शिवशंकर पाटीदार, भेमई

कुवैती तरीका पड़ गया भारी
रोत से नाक रगड़वाने वाले चारों लोग कुवैत में रोजगाररत हैं। वे पूर्व जिला प्रमुख से परिचित भी नहीं थे। सूत्र बताते हैं कि खाड़ी देशों में गलती पर इसी अंदाज में माफी मंगवाई जाती है। चारों लोगों ने वही तरीका यहां अपनाया, लेकिन गांव में विरोध होने पर उन्हें गलती का अहसास हुआ।