
सरकार ने नहीं सुनी फरियाद तो कर्मियों ने मुंडवा लिया सिर
दुर्ग. सप्ताहभर से आंदोलन के बाद भी नियमितिकरण की मांग पर सरकार की ओर से कोई भी सकारात्मक पहल नहीं किए जाने से नाराज सरकारी दफ्तरों के अनियमित कर्मचारियों का अजब विरोध सामने आया। कर्मचारी अब तक धरना-प्रदर्शन व रैली के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन शनिवार को उग्र होते हुए विरोध स्वरूप एक दर्जन से ज्यादा पुरुष कर्मियों ने मुंडन कराया।
नोटिस थमाए जाने पर नाराजगी
प्रदेश भर के अनियमित कर्मचारी नियमितिकरण की मांग को लेकर पिछले सप्ताहभर से काम छोड़कर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई भी पहल सामने नहीं आई है। उल्टे प्रदेश स्तर पर कुछ विभागों के कर्मचारियों को बर्खास्तगी की नोटिस थमाए जाने की भी जानकारी सामने आ रही है। इस पर कर्मचारियों का आक्रोश सामने आया।
पंडाल से हटे, चौपाटी में प्रदर्शन
कर्मचारी अब तक मानस भवन के सामने पंडाल लगाकर धरना व सभा कर रहे थे। इसी स्थल पर जिला व संभाग स्तरीय प्रदर्शन किए गए। रैलियां भी इसी स्थल से निकाली गई, लेकिन शनिवार को कर्मचारियों ने पंडाल के बजाए नगर चौपाटी में प्रदर्शन किया। हालांकि इसका कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है।
अब 23 को राजधानी में रैली
कर्मचारी महासंघ की जिला अध्यक्ष राखी शर्मा ने बताया कि अब आंदोलन के अगले चरण में 23 जुलाई को राजधानी में प्रदेश भर के कर्मचारी जुटेंगे। यहां दुर्ग की तर्ज पर रैली निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि मांग पूरी नहीं होने पर जल सत्याग्रह की रणनीति बनाई जा रही है।
चतुर्थ वर्ग कर्मी भी डटे रहे
इधर वेतनमान व सुविधाओं की मांग को लेकर चतुर्थ वर्ग कर्मचारी भी सप्ताहभर से आंदोलन पर चल रहे हैं। शनिवार को भी चतुर्थ वर्ग कर्मियों का आंदोलन जारी रहा। इस दौरान कर्मचारियों ने मानस भवन के सामने सभा की। कर्मियों ने मांग पूरी हुए बिना आंदोलन से नहीं उठने का ऐलान कर रखा है।
Published on:
21 Jul 2018 03:51 pm
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