
Foreign exchange reserves
नई दिल्ली। देश के विदेशी मुद्रा में लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट देखने को मिली है। इसका कारण इंपोर्ट में इजाफा। वास्तव में इकोनॉमी खुलने और वैक्सीन के बाद पेट्रोल और डीजल की डिमांड में इजाफा हुआ है। जिसकी वजह से क्रूड ऑयल का इंपोर्ट ज्यादा हो रहा है। जिसकी लिए हमें ज्यादा विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ रही है। यहीं वजह है कि विदेशी मुद्रा की दौलत में गिरावट देखने को मिली है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर विदेशी मुद्रा कितनी रह गई है।
विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 12 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 24.9 करोड़ डॉलर घटकर 538.69 अरब डॉलर पर आ गया। इससे पिछले सप्ताह में यह 6.24 करोड़ डॉलर घटकर 583.94 अरब डॉलर पर रहा था। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 12 फरवरी को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 1.38 अरब डॉलर घटकर 540.95 अरब डॉलर पर आ गई।
स्वर्ण भंडार में इजाफा
इस अवधि में स्वर्ण भंडार 1.26 अरब डॉलर बढ़कर 36.22 अरब डॉलर पर पहुंच गया। आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि 13.2 करोड़ डॉलर घटकर 5.0 अरब डॉलर पर रह गयी जबकि विशेष आहरण अधिकार एक करोड़ डॉलर घटकर 1.50 अरब डॉलर पर आ गया।
Published on:
21 Feb 2021 02:26 pm
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