बैंको द्वारा उठाए गए आर्थिक कदमों की होगी समीक्षा– हालांकि आधिकारिक रूप से अभी इस बात की घोषणा नहीं हुई है कि वित्त मंत्री किस बात पर बैंक प्रमुखों के साथ चर्चा करेंगी। लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक में कोरोनावायरस के मद्देनजर लोगों को राहत देने के लिए बैंकों द्वारा अब तक उठाए गए कदमों पर चर्चा हो सकती है। इसके अलावा बैंकों के कर्ज के मुद्दे को भी उठाया जा सकता है। सरकार की ओर से 20 लाख करोड़ रुपये के राहत की घोषणा को देखते हुये यह बैठक अपने आप में काफी अहम है
रिजर्व बैंक ( reserve bank of india ) ने 27 मार्च को कोरोना को देखते हुए दशकों बाद रेपो ( repo rate ) को 0.75 प्रतिशत घटा दिया था। इसके अलावा रिजर्व बैंक ( rbi ) ने ही कर्जदारों को राहत पहुंचाने के लिये तीन माह के लिए कर्ज की किस्त और ब्याज चुकाने से राहत दी है। दरअसल कोरोना महामारी के सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन के दौरान लोगों को हुए आय नुकसान को देखते हुए दी गई।
आर्थिक राहत पैकेज को कैबिनेट की मंजूरी- आर्थिक पैकेज की घोषणा के बाद इसमें हुए कई ऐलानों को कैबिनेट की तरफ से हरी झंडी दे दी गई है। इसमें प्रवासी मजदूरों, कोयला ब्लॉक्स की कॉमर्शियल माइनिंग से लेकर एमएसएमई ( MSMEs ) के लिए किए गए ऐलान और क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी ( credit linked subsidy scheme ) स्कीम भी शामिल है।