
नई दिल्ली: 25 मार्च को देश भर में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से लगातार 2 तरह की खबरे सामने आती रहती है । एक तो जिनमें क्या नुकसान हो रहा है और दूसरा सरकार राहत के लिए क्या करने वाली है। खैर घोषणाएं तो अब तक बहुत हो चुकी है, लेकिन उन घोषणाओं की जमीनी हकीकत क्या है ये जानना बाकी है। जमीनी हकीकत यानि इन योजनाओं का क्या लाभ हुआ या कैसा असर पड़ा वो तो वक्त के साथ पता चलेगा लेकिन एक बात जो हम आपको बता सकते हैं वो ये कि सरकार ने अपने कितने वादों को कितना पूरा किया ।
इस लॉकडाउन में हर संभ्रान्त आदमी गरीब, मजदूरों की बात करता नजर आया ऐसे में सरकार को इनकी चिंता होना लाजमी है और इसीलिए लॉकडाउन के तीन दिनों के बाद सरकार गरीबों के लिए डेढ लाख करोड़ से ज्यादा का पैकेज लेकर आई। आपको बता दें कि आंकड़ो के मुताबिक सरकार अब तक गरीब पिछड़े वर्ग के लोगों को 28 हजार करोड़ रूपए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से दे चुकी है।
सरकार के राहत पैकेज की बात करें तो उसमें मनरेगा के तहत वेतन बढ़ोत्तरी से लेकर मुफ्त सिलेंडर देने और जन धन खातों में डायरेक्ट 500 रूपए देने तक शामिल है। इसके अलावा सरकार ने लोगों को अगले 3 महीने के लिए अनाज की आपूर्ति का ऐलान भी किया है जिसमें चावल गेंहूं और दालें शामिल है।
Updated on:
12 Apr 2020 07:41 am
Published on:
11 Apr 2020 06:35 pm
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