
Pakistan will import polio markers from India for children
नई दिल्ली। कश्मीर से धारा 370 ( Article 370 ) हटाने के बाद भारत से सभी तरह के व्यापारिक संबंध खत्म करने वाले पाकिस्तान ( Pakistan ) ने देश के भावी भविष्य के लिए हल्का सा झुका है। वास्तव में पोलिया दवा ( pulse polio medicine ) पिलाने के बाद लगने वाले पोलियो मार्कर ( polio marker ) के लिए पाकिस्तान ने एक बार लिए भारत से आयात करने का फैसला लिया है। इससे पहले चीन से आने वाले पोलिया मार्कर की गुणवक्ता ( Quality of Polia Marker ) में शिकायत मिल रही थी। जिसकी वजह से पाकिस्तान की मजबूरी बन गई है कि वो भारत से आयात करे। क्योंकि पाकिस्तान मौजूदा समय में पोलियो मार्कर की सख्त जरुरत है। आपको बता दें कि पोलियो मार्कर दवा पिलाने के बाद बच्चों की उंगलियों पर लगाया जाता है। जिसका मतलब होता है कि बच्चे को दवा पिला दी गई है। मार्कर को विश्व स्वास्थ्य संगठन ( World Health Organization ) ने अनुमोदित किया है।
दवा के दामों में और कटौती और प्रतिबंध हटाने की मांग
पाकिस्तान सरकार ने 89 जरूरी दवाओं के दाम में 15 फीसदी की कटौती करने का भी निर्णय लिया है। दूसरी ओर पाकिस्तान दवा उद्योग इस तरह के प्रतिबंधों को हटाने की मांग कर रहा था। उद्योग का कहना था कि इस तरह से देश में दवाओं की काफी कमी हो जाएगी। जिसके बाद सरकार ने दवाओं में इस्तेमाल होने वाले कच्चे सामान के आयात पर से प्रतिबंध हटा लिया। जानकारों की मानें तो बच्चों की उंगलियों पर निशान लगाने के लिए गैर विषाक्त वाले मार्कर की जरूरत होती है, क्योंकि बच्चे उंगली मुंह में भी डाल लेते हैं।
क्वालिटी का नहीं है चीन का मार्कर
डब्ल्यूएचओ द्वारा अप्रूव्ड नॉन टॉक्सिक मार्कर सिर्फ भारत और चीन में ही तैयार किए जाते हैं। पाकिस्तान के अधिकारियों के अनुसार संस्था ने पहले देश के लिए चीन से इन मार्कर को खरीदा था। लेकिन चीन के मार्कर की क्वालिटी में सवाल उठने के बाद शिकायत दर्ज कराई गई कि मॉनिटरिंग टीम बच्चों तक पहुंचने तक स्याही का रंग उड़ जाता है। जिसके बाद डब्ल्यूएचओ ने इन्हें भारत से खरीदना शुरू किया। भारत से आठ लाख मार्कर का ऑर्डर भी हुआ। कश्मीर मुद्दा सामने आने के बाद पाकिस्तान सरकार ने भारत से कारोबार पर प्रतिबंध लगा दिया। जिसके बाद मार्कर की आपूर्ति नहीं हो पाई। वहीं चीन से भी अच्छे क्वालिटी के मार्कर देने को कहा गया है।
Updated on:
26 Dec 2019 08:59 am
Published on:
26 Dec 2019 08:57 am
बड़ी खबरें
View Allअर्थव्यवस्था
कारोबार
ट्रेंडिंग
