
GST को लेकर PM मोदी का बड़ा बयान, बोले- 'एक राष्ट्र, एक कर' का सपना वास्तविकता में बदला
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस संबोधन में पीएम मोदी ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का भी जिक्र किया। पीएम ने जीएसटी को सफलतपूर्वक लागू होने को ईमानदारी की जीत बताया। जीएसटी के लागू होने के एक साल पूरा होने से पहले पीएम के इस बयान को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पीएम ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीएसटी को एक साल पूरा करने वाला है। लोगों का 'एक राष्ट्र, एक कर' का सपना अब वास्तविकता में बदल गया है। इसके लिए मैं राज्यों को श्रेय देता हूं। आपको बता दें कि देश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को जुलाई में पूरे एक साल हो जाएंगे।
जीएसटी सहकारी संघवाद का सबसे अच्छा उदाहरण : मोदी
मोदी ने कहा कि जीएसटी सहकारी संघवाद का सबसे अच्छा उदाहरण है। सभी राज्यों ने देश के कल्याण के लिए सामूहिक रूप से निर्णय लिया, इसलिए इस तरह के बड़े कर सुधार को लागू किया जा सका। उन्होंने कहा कि आईटी ने जीएसटी के माध्यम से आयकर अधिकारियों की जगह ले ली है क्योंकि अब रिटर्न से लेकर रिफंड तक तक का काम आईटी के जरिए किया जा रहा है।
जीएसटी ने बदली देश की टैक्स व्यवस्था
देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी को लेकर जो भी निर्णय लिए गए हैं, वह सर्वसम्मति से लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल की अब तक 27 बैठकें हो चुकी हैं। इन बैठकों में अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग विचारधारा वाले लोगों ने देशहित में सभी फैसले सर्वसम्मति से लिए हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी के लागू होने से पहले देश में 17प्रकार के टैक्स होते थे। लेकिन जीएसटी ने देश की पूरी टैक्स व्यवस्था को बदल दिया है। अब देशवासियों में केवल एक ही टैक्स देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जीएसटी के लागू होने के बाद देश में इंस्पेक्टर राज खत्म हो गया है। जीएसटी से चेकपोस्ट व्यवस्था खत्म हो गई है। इससे सामान समय पर लोगों के पास पहुंच रहा है।
Published on:
24 Jun 2018 04:00 pm
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