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अब इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए 12वीं कक्षा में मैथ्स और फिजिक्स का होना जरुरी नहीं

Published: Mar 12, 2021 01:04:54 pm

Submitted by:

Deovrat Singh

AICTE: अब बीई या बीटेक की पढ़ाई करने के लिए 12वीं कक्षा तक मैथ्स और फिजिक्स की पढ़ाई करना अनिवार्य नहीं है।

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AICTE Latest Update: इंजीनियर बनने का सपना देखने वाले उन युवाओं के लिए अच्छी खबर है, जिन्होंने किसी भी मजबूरी के चलते सामान्य विषयों से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण की है। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) ने इन विद्यार्थियों के लिए इंजीनियरिंग की पढ़ाई को लेकर अहम् निर्णय लिया है। अब बीई या बीटेक की पढ़ाई करने के लिए 12वीं कक्षा तक मैथ्स और फिजिक्स की पढ़ाई करना अनिवार्य नहीं है। सत्र 2021-22 से इस नियम को लागू कर दिया जाएगा। वर्तमान में इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के युगी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए बारहवीं मैथ्स और फिजिक्स विषय के साथ उत्तीर्ण होना जरुरी है।

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अब AICTE से मान्यता प्राप्त सरकारी और निजी कॉलेजों में अन्य विषयों से उत्तीर्ण विद्यार्थी भी इंजीनियरिंग का सपना पूरा कर सकेंगे। इस फैसले से स्टूडेंट्स को फिजिक्स, मैथ्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, इंफोर्मेटिक प्रैक्टिस, बायोटेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, टेक्निकल वोकेशनल सब्जेक्ट, एग्रीकल्चर, बिजनेस स्टडीज, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स में से कोई तीन विषय पास करने जरूरी है। यह निर्णय सभी प्रकार के कोर्सों हेतु इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए आने वाले विद्यार्थियों को राहत देने के लिए लिया गया है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए दिए गए इन विषयों में न्यूनतम 45 फीसदी मार्क्स लाने जरुरी है। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को प्रतिशत की छूट दी जाएगी।

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इन्हे मिलेगा फायदा
दिए गए 14 विषयों से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सीधे इसका लाभ मिलेगा। ये विद्यार्थी अब इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में भी बैठने के पात्र है। “यदि बिना गणित विषय वाले के विद्यार्थी को प्रवेश दिया जाता है, तो उसे प्रथम वर्ष में बहुत सारे गणित के पाठ्यक्रम कम्पलीट करने होंगे। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप बहुत लचीलापन लाएगा और 5 + 3 + 3 + 4 की नई प्रणाली में कोई कला, विज्ञान और वाणिज्य स्ट्रीम नहीं होगी। जहां अभी भी इंजीनियरिंग को समझने के लिए, गणित की आवश्यकता होगी, वहीं भौतिक विज्ञान और बहुत से पाठ्यक्रमों को उसी स्तर पर आने की भी आवश्यकता होगी।

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