Success Story: माता-पिता की मेहनत और उजाला का संकल्प
उजाला के पिता दिनेश कुमार एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं, जबकि उनकी मां कंचन कुमारी घर के साथ-साथ किराने की दुकान संभालती हैं। दोनों माता-पिता अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। दिनेश सुबह और रात में दुकान का काम संभालते हैं ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। उनके इस समर्पण का नतीजा उजाला की शानदार सफलता के रूप में सामने आया।
Bihar Board Result 2025: मेहनत से मिली सफलता
उजाला ने बताया कि वह नियमित रूप से पांच से छह घंटे पढ़ाई करती थी और कोचिंग भी जाती थी। परीक्षा के साथ-साथ इंटरव्यू भी अच्छा हुआ, जिससे उसे बेहतरीन परिणाम हासिल हुआ।
Bihar Board Topper: इनकम टैक्स ऑफिसर बनने का सपना
उजाला का लक्ष्य इनकम टैक्स ऑफिसर बनना है। उन्होंने कॉमर्स विषय को इसी उद्देश्य से चुना और अब एसएससी सीजीएल परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ ग्रेजुएशन जारी रखने की योजना बनाई है। उजाला के पिता का कहना है कि उन्होंने बेटी के मैट्रिक परिणाम से उसकी प्रतिभा को पहचाना था, लेकिन यह उम्मीद नहीं थी कि वह 12वीं की टॉपर लिस्ट में शामिल होगी। उनकी मां कंचन कुमारी का सपना है कि उनके तीनों बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें और एक उज्ज्वल भविष्य बनाएं।