इस संबंध में सीबीएसई बोर्ड ने संस्था प्रधानों को एक परिपत्र भी जारी किया है। सीबीएसई के अनुसार डिफरेंटली एबल्ड बच्चों के लिए भी फिजिकल एजुकेशन की स्पेशल कक्षाएं लगेंगी।
खेलों में ऐसे बच्चों को शामिल करने के लिए साइन लैंग्वेज, व्हीलचेयर आदि के उपयोग सहित कुछ तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। सीबीएसई ने बोर्ड की कक्षाओं में पढ़ने वाले उन विद्यार्थियों को भी राहत दी है जो खेल प्रतियोगिताओं और परीक्षाओं की तिथियां एक समय पर होने की वजह से स्पोर्ट्स से समझौता कर लेते थे। ऐसे विद्यार्थियों के लिए सीबीएसई ने अलग से परीक्षाएं आयोजित करने की बात कही है।
खिलाड़ी विद्यार्थियों के लिए अलग पॉलिसी
नेशनल, इंटरनेशनल और स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया से जुड़ी किसी भी खेल प्रतियोगिता में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए सीबीएसई एक पॉलिसी बना रहा है, ताकि यदि खेल प्रतियोगिताएं परीक्षा के दिनों में आयोजित की जाती हैं तो विद्यार्थी के लिए बाद में अलग से परीक्षा आयोजित कराई जा सके।