किसी को नहीं किया जाएगा फेल इस साल 12वीं में कुल 14,30,188 छात्रों ने एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें से कुल रेगुलर छात्र 13,69,745 थे। रेगुलर छात्रों में से 13,04,561 को पास घोषित कर दिया गया है। 65,184 छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग में रखा है। इनमें से 60,443 छात्रों का 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच एग्जाम होगा। बाकी बचे छात्रों का रिजल्ट किन्हीं कारणों से रोका गया है, उन्हें बोर्ड की तरफ से फेल नहीं कहा जाएगा। इसके पीछे वजह ये है कि सीबीएसई ने छात्रों को भेजे गए या अपनी वेबसाइट पर घोषित किसी भी परिणाम में फेल शब्द का उपयोग करने से बचने का फैसला किया है। बोर्ड ने फेल की जगह एसेंशियल रिपीट शब्द का प्रयोग किया है।
इन्हें नहीं किया जाएगा प्रमोट सीबीएसई ( CBSE ) की ओर से रिजल्ट से पहले जारी एक सर्कुलर में बताया गया था कि ऑनलाइन क्लास, प्रीबोर्ड और छमाही परीक्षाओं से गायब रहे छात्रों को बोर्ड ने प्रमोट न करने का फैसला लिया है। ऑनलाइन क्लास में शामिल न होने वाले, प्रीबोर्ड और छमाही परीक्षाओं में गायब रहने वाले छात्रों को अनुपस्थित माना जाएगा। इसी तरह जो छात्र पूरे साल स्कूल के संपर्क में नहीं थे, स्कूल की किसी परीक्षा में शामिल नहीं हुए और ऑनलाइन क्लास भी अटेंड नहीं की, उन्हें भी अनुपस्थित माना जाएगा। सीबीएसई में सर्कुलर में कहा गया है कि स्कूलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अनुपस्थित श्रेणी में शामिल छात्रों के नतीजे जारी न किए जाएं। ऐसे छात्रों को शून्य अंक देकर उनका डेटा जमा नहीं किया जा सकता। ऐसे छात्रों को परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा या नहीं, इसका फैसला अभी तक बोर्ड ने नहीं किया है।
सीबीएसई का इस साल 12वीं में ओवरऑल रिजल्ट देखें तो 99.37% छात्र पास हुए हैं। छात्राओं का पास प्रतिशत 99.67% और छात्रों का 99.13% पास प्रतिशत रहा। दिल्ली रीजन में इस साल 99.84% छात्र पास हुए हैं।