
CBSE 10th result 2020
Education Update: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) में अलगे सत्र से पढाई को लेकर अहम बदलाव किया जा रहा है। अगले शैक्षणिक सत्र से विद्यार्थियों को उनकी मातृ भाषा में ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवाई जाएगी। केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक' की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘तकनीकी शिक्षा, विशेष रूप से इंजीनियरिंग की शिक्षा मातृ भाषा में देने का निर्णय लिया गया है, और यह अगले शैक्षिक सत्र से लागू होगा। इसके लिए कुछ आईआईटी और एनआईटी को विशेष रूप से चुना जा रहा है।
JEE Main Exam 2021
एनटीए ने पिछले महीने ही हिन्दी और अंग्रेजी के अलावा नौ क्षेत्रीय भाषाओं में जेईई की मुख्य परीक्षा कराने की घोषणा की थी. हालांकि आईआईटी ने अभी तक यह फैसला नहीं किया है कि क्या जेईई एडवांस की परीक्षा भी क्षेत्रीय भाषाओं में कराई जाएगी।
आपको बता दें कि राष्ट्रिय शिक्षा निति के अनुसार छोटी कक्षा के बच्चों के लिए भी हिंदी विषय की अनिवार्यता की गई है।
पिछले साल जारी हुए NEP के ड्राफ्ट के मुताबिक, एक पैराग्राफ में ये कहा गया था कि तीन-भाषा फॉर्मूले के तहत, हिंदी पढ़ना/पढ़ाना ऐसे राज्यों में अनिवार्य होगा जहां ये सामान्य तौर पर बोली नहीं जाती है। तमिलनाडु जैसे गैर-हिंदी भाषी राज्यों के विरोध के बाद केंद्र ने हिंदी पढ़ने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया।
Published on:
27 Nov 2020 12:47 pm
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