
mp board result 2018
अब तक जिन राज्यों के बोर्ड के नतीजे नजीजे घोषित हुए हैं और वहां का जो पास होने का प्रतिशत रहा है, उसे देखते हुए यह कहना सही होगा कि इस बार का रिजल्ट पिछले सालों के मुकाबले कमजोर ही माना जाएगा। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी का रिजल्ट भी काफी कमजोर रहा है। इसे देखते हुए एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र जैसे राज्यों के स्टूडेंट्स की सांसें फूलने लगी हैं। इन राज्यों के स्टूडेंट्स को रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है। इन राज्यों में सबसे पहले जिस राज्य के बोर्ड का रिजल्ट आने वाला है, वह है मध्यप्रदेश। वैसे रिजल्ट आने की संभावित तारीखों की जानकारी बहुत से पहले से आ रही हैं, लेकिन जो ताजा जानकार प्राप्त हुई है, उसके अनुसार मई के सेकंड वीक में एमपी बोर्ड का रिजल्ट आ सकता है। सूत्रों की मानें, तो सबसे पहले 10वीं का रिजल्ट घोषित किया जाएगा, उसके कुछ घंटों बाद 12वीं का रिजल्ट भी डिक्लेयर कर दिया जाएगा।
10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स यहां देख सकेंगे अपना रिजल्ट...
http://mpbse.nic.in/
जहां तक एमपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के रिजल्ट में सुधार की बात है, तो पिछले कुछ सालों में इसमें काफी सुधार देखने को मिला है। इसमें भी कोई दोराय नहीं कि नकल में नकेल कसी गई है। इसी का नतीजा है कि बच्चों का रूझान नकल की बजाय पढ़ाई की ओर बढ़ा है। इस मामले में रीवा और सतना अभी भी पिछड़े हुए हैं। अब देखना यह है कि इस बार कौन-सा जिला बाजी मारता है।
12 से 4 बजे के बीच जारी होगा रिजल्ट
अमूमन एमपी बोर्ड अपने 10वीं और 12वीं के रिजल्ट हमेशा अलग-अलग तारीख पर जारी करता रहा है, लेकिन दूसरे राज्यों की देखदेखी एक साथ रिजल्ट जारी करने की योजना है। इससे पहले भी एक बार दोनों बोर्ड के रिजल्ट एक साथ जारी किए गए थे। खबरों की माने, तो इस बार 14 मई को सबसे 10वीं का नतीजा जारी किया जा सकत है। ये रिजल्ट दिन में 12 बजे आ सकता है। इसके बाद करीब 4 बजे के आसपास १२वीं का रिजल्ट घोषित किया जा सकता है। मिला जानकारी के मुताबकि बोर्ड की फिलहाल रिजल्ट घोषित करने की यही योजना है, लेकिन इसमें फेरबदल होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
1 मार्च से 3 अप्रेल तक चली थी परीक्षाएं...
गौरतलब है कि इस बार एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा 5 मार्च से 31 मार्च तक आयोजित करवाई गई थीं, जबकि 12वीं का एग्जाम 1 मार्च से 3 अप्रेल तक चला था। इस बार करीब १२ लाख स्टूडेंट्स ने 10वीं की परीक्षा में बैठे थे, वहीं 7 लाख से ज्यादा छात्रों ने 12वीं की परीक्षा दी।
टिप्स: पैरेंट्स ध्यान रखें रिजल्ट आने के बाद अपने बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं। यदि किस बच्चे के कम परसेंट आएं हैं, तो उसे उसके लिए कोसें नहीं, बल्कि उसे मोटिवेट करें। उसका हौसला बढ़ाएं। कमजोर रिजल्ट किसी भी छात्र के मनोबल को तोडऩे वाला होता है, ऐसे में यदि बच्चे को उसके परिवार का पूरा सपोर्ट मिल जाता है, तो बच्चे का कोमल मन आहत नहीं होता, टूटता नहीं...विफलता के बाद ही मिलती है सफलता।
Published on:
04 May 2018 06:17 pm
बड़ी खबरें
View Allशिक्षा
ट्रेंडिंग
