
Most Popular BTech Courses: भारत में हर साल लाखों युवा ये सपना देखते हैं कि वे इंजीनियर बन जाएं। हालांकि, इस सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ साथ लंबा वक्त भी लगता है। 12वीं कक्षा में प्रवेश करने के साथ ही इंजीनियरिंग की तैयारी शुरू हो जाती है। इस कोर्स में दाखिला पाने के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है। इसके बाद कॉलेज में प्रवेश मिलता है। दाखिले के समय ब्रांच चुनना आवश्यक है। ये आपके करियर ग्रोथ और भविष्य को निर्धारित करता है। लेकिन छात्रों के मन में हमेशा ये संशय रहता है कि कौन सा ब्रांच चुनें।
आज के समय में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग काफी डिमांड (Most Popular BTech Courses) में है। इस ब्रांच में कंप्यूटर विज्ञान, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के डेवलपमेंट आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। साथ ही प्रोग्रामिंग और नेटवर्किंग के मूल सिद्धांतों को सीखाया जाता है। आमतौर पर शुरुआती सैलरी 5-8 लाख रुपये सलाना होती है। वहीं अनुभव के साथ सैलरी बढ़ती है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग की सबसे पुरानी और बड़ी शाखाओं (BTech Courses) में से एक मानी जाती है। इस क्षेत्र में मशीन की बनावट, निर्माण और कामकाज से जुड़ी जानकारी दी जाती है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग की सैलरी अनुभव, स्थान और कंपनी पर निर्भर करता है। शुरुआती सैलरी 3-6 लाख सलाना के बीच होती है जबकि अनुभव के साथ 12-20 लाख सलाना तक हो सकती है।
यह ब्रांच विद्युत और विद्युत तरंगों के विज्ञान से जुड़ा है। विद्युत के कामकाज के बारे में पढ़ाया जाता है। यह इंजीनियरिंग का ऐसा ब्रांच है जो अपनी मांग के कारण हमेशा नौकरी प्रदान करने की क्षमता रखता है। शुरुआती सैलरी 1-3 लाख सलाना होती है। वहीं अनुभव के साथ ही सैलरी भी बढ़ती है। हालांकि, सैलरी इस बात पर भी निर्भर करती है आप सरकारी या प्राइवेट और किस शहर में नौकरी कर रहे हैं।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (EE) की बात करें तो ये मुख्यत: बिजली और बिजली से जुड़े मैकेनिकल साइंस की पढ़ाई है। इस कोर्स में मुख्य रूप से स्टूडेंट उन डिवाइस या सिस्टम के बारे में जानते हैं जो बिजली, विद्युत चुंबकत्व का उपयोग करते हैं। साथ ही इलेक्ट्रिक मोटर, रडार और नेविगेशन सिस्टम आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। भारत में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर (Electrical Engineer Salary) की शुरुआती सैलरी करीब 4.5 लाख रुपये प्रति वर्ष है। वहीं अनुभव बढ़ने के साथ ही सैलरी भी बढ़ती है।
यह एक बहुमुखी क्षेत्र है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (ECE) में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का निर्माण, डिजाइन, परीक्षण आदि के बारे में बताया जाता है। इस कोर्स में सर्किट, माइक्रोप्रोसेसर और इंटीग्रेटेड सर्किट्स जैसे मुद्दे होते हैं। भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के क्षेत्र में शुरुआती वेतन करीब 4 लाख प्रति वर्ष है। इस ब्रांच से डिग्री पाने के बाद, सैलरी आपके स्थान, कंपनी, अनुभव आदि कई बातों पर निर्भर करता है। वहीं साल दर साल, अनुभव के साथ सैलरी भी बढ़ती है।
यह भी इंजीनियरिंग की पुरानी शाखाओं में से एक है। इसमें भौतिक और प्राकृतिक रूप से बनी चीजों के डिजाइन, निर्माण, और रखरखाव से जुड़ा काम के बारे में पढ़ाया जाता है। सैलरी की बात करें तो सैलरी कंपनी और प्रोजेक्ट्स पर डिपेंड करती है। आमतौर पर सैलरी 2-3 लाख सलाना से शुरू होती है। वहीं बढ़ते बढ़ते ये 15-20 लाख सलाना या इससे ज्यादा भी हो सकती है।
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग का एक प्रमुख क्षेत्र है, जिसमें हवाई जहाज, अंतरिक्ष यान, उपग्रह, और मिसाइलों से जुड़े विज्ञान के बारे में पढ़ाया जाता है। इसमें विकास, टेस्टिंग और निर्माण से जुड़े काम शामिल होते हैं। शुरुआती सैलरी 3-6 लाख के बीच होती है। वहीं अनुभव बढ़ने के साथ 20-25 लाख सलाना के बीच हो सकती है।
बीटेक इन इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) एक लोकप्रिय इंजीनियरिंग कोर्स है। यह कोर्स छात्रों को गणित, विज्ञान, और इंजीनियरिंग के सिद्धांतों की मजबूत नींव देता है। शुरुआती सैलरी 4-15 लाख रुपये के बीच होती है।
इस ब्रांच में परमाणु ऊर्जा और विकिरण से जुड़े विज्ञान के बारे में पढ़ाया जाता है। हालांकि, इस ब्रांच को चुनने से पहले ये देखना जरूरी है कि आपकी दिलचस्पी इन विषयों में है या नहीं। साथ ही मैथ्स और फिजिक्स पर आपकी पकड़ मजबूत होनी चाहिए। इस क्षेत्र में काम करने वाले इंजीनियर की सैलरी 11 लाख सलाना से शुरू होती है।
Updated on:
27 Sept 2024 03:09 pm
Published on:
27 Sept 2024 12:29 pm
बड़ी खबरें
View Allशिक्षा
ट्रेंडिंग
