
NEET PG Exam City Slip: नीट परीक्षा देने वाले छात्रों की मुसीबत कम होने के नाम नहीं ले रही। पहले नीट यूजी परीक्षा में तथाकथित पेपर लीक और अन्य गड़बड़ियों को लेकर छात्रों को परेशानी झेलनी पड़ी। वहीं इस बीच नीट पीजी परीक्षा पर भी संकट के बादल मंडराए और 23 जून को होने वाली परीक्षा पोस्टपोन कर दी गई। नीट पीजी परीक्षा का आयोजन अब 11 अगस्त को किया जाएगा। पीजी परीक्षा की सिटी स्लिप पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जारी होने वाली थी। वहीं अब इसे SMS के जरिए प्रत्येक स्टूडेंट को भेजा जा रहा है। ज्यादातर अभ्यर्थियों का कहना है कि उनके चुने हुए एग्जाम सेंटर में से कोई भी अलॉट नहीं किया गया है। ऐसे में परीक्षार्थियों ने NBE को घेरना शुरू कर दिया है।
दरअसल, नीट पीजी परीक्षा का आयोजन 11 अगस्त को होना है। इसे लेकर सिटी स्लिप (NEET PG City Slip) जारी किए गए। लेकिन छात्रों को कहना है कि एनबीई की तरफ से असुविधाजनक परीक्षा केंद्र आवंटित किए जा रहे हैं। छात्रों ने इसका विरोध सोशल मीडिया पर भी किया। परीक्षार्थियों का कहना है कि उन्हें परीक्षा देने के लिए हजारों किलोमीटर तक का सफर तय करना पड़ेगा। ऐसे में उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिए छात्रों को वित्तीय परेशानी भी झेलनी पड़ेगी।
नवाजिश खान नाम के एक छात्र ने X प्लेटफॉर्म पर लिखा, “ऐसा लगता है नीट पीजी परीक्षा का अलॉटमेंट पूरे भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। कुछ छात्रों को 800 किलोमीटर दूर सेंटर मिला है।” उन्होंने आगे बताया कि जिन छात्रों ने प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ और कानपुर को वरीयता के लिए चुना है, उन्हें सेंटर मिला है पटना।
वहीं एक अन्य छात्र ने अपनी परेशानी का जिक्र करते हुए कहा कि उसे नीट परीक्षा देने के लिए पथनमथिट्टा से विशाखापट्टनम जाना पड़ेगा। परीक्षा से सिर्फ दो दिन पहले पता चला। इस छात्र ने बताया कि वो एक ऐसे शहर में जहां एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचने में दो घंटे लगते हैं, इतनी दूरी तय करके परीक्षा देने जाना उनके लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने बताया कि 23 जून को होने वाली परीक्षा में उनका सेंटर घर से सिर्फ 20 मिनट की दूरी पर था।
इतना ही नहीं फाइमा के अध्यक्ष डॉ. रोहन कृष्णन ने नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) की आलोचना की है। कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि NEET PG के उम्मीदवारों के प्रति सहानुभूति नहीं दिखा रहा है। परीक्षा केंद्रों का आवंटन इतना मनमाना है कि छात्रों को बारिश के मौसम में हजारों किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि NbeIndia की वीआईपी संस्कृति को खत्म किया जाए और छात्र-हितैषी व्यवस्था स्थापित की जाए।
Updated on:
02 Aug 2024 03:00 pm
Published on:
02 Aug 2024 02:28 pm
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