12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

NEET UG Counselling: काउंसलिंग को लेकर क्या है लेटेस्ट अपडेट…जानें 

NEET UG Counselling: नीट यूजी को लेकर चल रहे पेपर लीक विवादों के बीच नीट यूजी काउंसलिंग रद्द कर दी गई है। MCC की ओर से काउंसलिंग में होने वाली देरी का कारण नहीं बताया गया है। बता दें, मेडिकल काउंसिल कमेटी हर साल नीट यूजी के लिए काउंसलिंग का आयोजन करता है। 

2 min read
Google source verification
NEET Counselling

NEET UG Counselling: नीट यूजी को लेकर चल रहे पेपर लीक विवादों के बीच नीट यूजी काउंसलिंग रद्द कर दी गई है। मेडिकल के स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए होनी वाली काउंसलिंग अब अगली सूचना तक स्थगित रहेगी। MBBS और BDS व अन्य मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए छात्रों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। MCC की ओर से काउंसलिंग में होने वाली देरी का कारण नहीं बताया गया है। बता दें, मेडिकल काउंसिल कमेटी हर साल नीट यूजी के लिए काउंसलिंग का आयोजन करता है।

अगले आदेश तक रोक दी गई काउंसलिंग

दरअसल, बीते 6 जुलाई 2024 से नीट यूजी परीक्षा शुरू होने की संभावना थी। एनटीए ने जारी सूचना में कहा था कि 1056 छात्रों के लिए नीट री-एग्जाम 23 जून को आयोजित की जाएगी, जिसका परिणाम 30 अगस्त को जारी किया जाएगा ताकि 6 जुलाई से काउंसलिंग शुरू होने की प्रक्रिया प्रभावित न हो। हालांकि, अब अगले आदेश तक काउंसलिंग को रोक दिया गया है। 

यह भी पढ़ें- NEET PG 2024: पेपर लीक से बचने के लिए होंगे खास इंतजाम, जानिए इस साल कैसी होगी परीक्षा

कोर्ट ने काउंसलिंग रद्द करने पर लगाई थी रोक (NEET Counselling)

सूत्रों के अनुसार, अधिकारी नीट यूजी पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ियों को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करेगी। हालांकि, इससे पहले कोर्ट ने अपनी सुनवाई में काउंसलिंग रद्द करने पर रोक लगा दी थी। कोर्ट का कहना है कि अगर परीक्षा नहीं रद्द हुई है तो काउंसलिंग को भी रद्द करने का कोई मतलब नहीं बनता।

5 जून को हुई थी परीक्षा (NEET UG)

बता दें, हर साल मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश पाने के लिए एनटीए की ओर से नीट यूजी परीक्षा कराई जाती है। इस साल करीब 24 लाख छात्रों ने 5 जून को परीक्षा दी थी। रिजल्ट के घोषणा के साथ कई तरह की गबड़बड़ियां सामने आने लगी और देखते-देखते ही ये मुद्दा काफी बड़ा हो गया। पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं के आरोप लगने के साथ ही एनटीए पर सवाल उठने लगे।