परीक्षा केन्द्र के अंदर तथा बाहर सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी होगी, जिसकी व्यवस्था केन्द्राधीक्षक को करनी होगी। परीक्षा के एक घंटा पहले प्रवेश दिया जा सकेगा। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद सेनेटाइज करवाकर परीक्षार्थी अंदर आएंगे। परीक्षा कक्ष में दो वीक्षक मौजूद रहेंगे। क्वारेंटीन होने या अन्य आकस्मिक दुर्घटना होने पर भी राइटर की अनुमति नहीं होगी। ऐसे परीक्षार्थी पूरक परीक्षा के समय एग्जाम दे सकेंगे। इसके साथ ही दरवाजे, टेबल-कुर्सी आदि प्रतिदिन सेनेटाइज होंगे।