6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Teacher Training Rule: क्या है शिक्षकों के लिए ‘50 घंटे की अनिवार्य ट्रेनिंग का रूल’…आखिर क्यों हो रही है इसकी चर्चा जानिए

Teacher Training Rule By CSBE: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने अपने सभी स्कूलों के प्रिंसिपल और शिक्षकों के लिए एक नया नियम जारी किया है। इस नियम के तहत सभी शिक्षकों को अपनी प्रोफेशनल स्किल्स को और भी बेहतर करने के लिए ट्रेनिंग लेनी होगी।

2 min read
Google source verification

Teacher Training Rule By CSBE: अब आपका सिर्फ शिक्षक होना काफी नहीं। शिक्षकों के लिए अनिवार्य रूप से 50 घंटे की ट्रेनिंग का रूल लाया गया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने अपने सभी स्कूलों के प्रिंसिपल और शिक्षकों के लिए एक नया नियम जारी किया है। इस नियम के तहत सभी शिक्षकों को अपनी प्रोफेशनल स्किल्स को और भी बेहतर करने के लिए ट्रेनिंग लेनी होगी। ये ट्रेनिंग का रूप नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत लाया गया है और नेशनल प्रोफेशनल स्टैंडर्ड्स फॉर टीचर्स (NPST) के अनुसार एक खास तरीके से इसका पालन किया जाएगा। बोर्ड ने 1 अप्रैल 2025 को दी आधिकारिक सूचना में इसकी जानकारी दी।

यह भी पढ़ें- Rajasthan PTET 2025: बढ़ गई राजस्थान PTET परीक्षा की अंतिम तिथि, यहां देखें योग्यता और अन्य डिटेल्स

क्या है ये ट्रेनिंग? 

सीबीएसई की इस ट्रेनिंग रूल के तहत हर शिक्षक को हर साल कम से कम 50 घंटे की लगातार प्रोफेशनल डेवलपमेंट (CPD) ट्रेनिंग लेनी होगी। इसमें से आधी ट्रेनिंग CBSE या किसी सरकारी ट्रेनिंग संस्थानों के जरिए होगी। वहीं बाकी की ट्रेनिंग स्कूल के अंदर या आसपास के सहयोग से चलने वाले प्रोग्राम के जरिए पूरी कराई जाएगी। 2025 के लिए सीबीएसई ने STEM एजुकेशन (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स) को अपनी वार्षिक ट्रेनिंग का मुख्य विषय चुना है। वहीं सवाल पूछने और अलग अलग विषयों को मिलाकर पढ़ाने की तकनीक पर भी जोर दिया जाएगा।

यह भी पढ़ें- JEE Main Result 2025: कैसे तैयार होता है जेईई मेन का मेरिट लिस्ट, जानिए पूरी प्रक्रिया

क्या है ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य 

सीबीएसई द्वारा शिक्षकों को दी जाने वाली ये ट्रेनिंग मुख्य रूप से तीन बातों पर फोकस करेगी- 

  • मूल्य और नैतिकता (Core Values and Ethics)- 12 घंटे
  • नॉलेज और प्रैक्टिस (Knowledge and Practice)- 24 घंटे
  • प्रोफेशनल ग्रोथ और डेवलपमेंट (Professional Growth and Development)- 14 घंटे

इसके अलावा CPD में अन्य काम जैसे कि रिसर्च का काम, बोर्ड एग्जाम की ड्यूटी, CBSE कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेना और डिजिटल कंटेंट बनाना जैसे कई एकेडमिक और मूल्यांकन से जुड़े कामों को भी शामिल किया है। 


बड़ी खबरें

View All

शिक्षा

ट्रेंडिंग