क्या है ये ट्रेनिंग?
सीबीएसई की इस ट्रेनिंग रूल के तहत हर शिक्षक को हर साल कम से कम 50 घंटे की लगातार प्रोफेशनल डेवलपमेंट (CPD) ट्रेनिंग लेनी होगी। इसमें से आधी ट्रेनिंग CBSE या किसी सरकारी ट्रेनिंग संस्थानों के जरिए होगी। वहीं बाकी की ट्रेनिंग स्कूल के अंदर या आसपास के सहयोग से चलने वाले प्रोग्राम के जरिए पूरी कराई जाएगी। 2025 के लिए सीबीएसई ने STEM एजुकेशन (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स) को अपनी वार्षिक ट्रेनिंग का मुख्य विषय चुना है। वहीं सवाल पूछने और अलग अलग विषयों को मिलाकर पढ़ाने की तकनीक पर भी जोर दिया जाएगा।
क्या है ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य
सीबीएसई द्वारा शिक्षकों को दी जाने वाली ये ट्रेनिंग मुख्य रूप से तीन बातों पर फोकस करेगी-
- मूल्य और नैतिकता (Core Values and Ethics)- 12 घंटे
- नॉलेज और प्रैक्टिस (Knowledge and Practice)- 24 घंटे
- प्रोफेशनल ग्रोथ और डेवलपमेंट (Professional Growth and Development)- 14 घंटे
इसके अलावा CPD में अन्य काम जैसे कि रिसर्च का काम, बोर्ड एग्जाम की ड्यूटी, CBSE कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेना और डिजिटल कंटेंट बनाना जैसे कई एकेडमिक और मूल्यांकन से जुड़े कामों को भी शामिल किया है।