
UP Police Constable Bharti
UP Police Constable Bharti: उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने कांस्टेबल भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षण (पीईटी) की प्रक्रिया आज से शुरू की गई है। इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई है। इस परीक्षा से जुड़ा अहम अपडेट यह है कि इस परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को अपनी कलाई घड़ी उपयोग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, बोर्ड ने ग्राउंड पर बड़ी डिजिटल घड़ी की व्यवस्था की है, जिससे अभ्यर्थियों को समय देखने में सुविधा होगी। केवल वही अभ्यर्थी इस टेस्ट में भाग ले सकेंगे जिन्होंने दस्तावेज सत्यापन (डीवी) और शारीरिक मानक परीक्षण (पीएसटी) सफलतापूर्वक पूरा किया है। फिजिकल टेस्ट पास करने की योग्यता की बात करें तो पुरुष अभ्यर्थियों को 25 मिनट में 4.8 किमी दौड़ पूरी करनी होगी, जबकि महिला अभ्यर्थियों को 14 मिनट में 2.4 किमी दौड़ पूरी करनी अनिवार्य है।
भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित 60,244 अभ्यर्थियों को नौ महीने तक एक साथ ट्रेनिंग दी जाएगी। डीजीपी प्रशांत कुमार ने बैठक में निर्देश दिए कि महिला रिक्रूट्स की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और उन्हें साइबर क्राइम से संबंधित आधुनिक तरीकों की जानकारी दी जाए। उन्होंने बताया कि अंतिम चरण में चयनित अभ्यर्थियों का करेक्टर वेरिफिकेशन उनके गृह जिलों में कराया जाएगा। वेरिफिकेशन के बाद, सभी 75 जिलों में एक महीने का प्रारंभिक प्रशिक्षण (JTC) होगा, जिसके बाद अन्य केंद्रों पर नौ महीने की आधारभूत ट्रेनिंग आयोजित की जाएगी। यह प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अब तक की सबसे बड़ी सीधी भर्ती मानी जा रही है।
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फिलहाल, केवल उन अभ्यर्थियों के PET Admit Card जारी किए गए हैं जिनका डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन और PST 24 जनवरी 2025 तक पूरा हो चुका है। जिन अभ्यर्थियों की वेरिफिकेशन प्रक्रिया अभी चल रही है, उनके एडमिट कार्ड दूसरे चरण में 10 फरवरी 2025 से डाउनलोड के लिए उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही, जिनके डाक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरा हो जाएगा और योग्य पाए जाएंगे, उनके एडमिट कार्ड भी जारी किए जाएंगे।
इस भर्ती प्रक्रिया के तहत 60,244 सिपाहियों का चयन किया जाएगा। सफल उम्मीदवारों को नौ महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। डीजीपी प्रशांत कुमार ने एक समीक्षा बैठक के दौरान बताया कि यह प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी सीधी भर्ती है। अंतिम चरण में चयनित अभ्यर्थियों का कैरेक्टर वेरिफिकेशन उनके गृह जिले में किया जाएगा। इसके बाद सभी 75 जिलों में एक महीने की शुरूआती ट्रेनिंग (JTC) और अन्य केंद्रों पर नौ महीने की फंडामेंटल ट्रेनिंग आयोजित की जाएगी।
Published on:
10 Feb 2025 01:17 pm
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