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UP Assembly Elections 2022: नामांकन में बचे दो दिन, अभी तक बीजेपी और सपा ने नहीं उतारे सभी सीटों पर प्रत्याशी

UP Assembly Elections 2022: बीजेपी हो या सपा, दोनों ने ही अब तक सातवें चरण के चुनाव के लिए अब तक सभी सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। इस बीच नामांकन के लिए महज दो दिन 16-17 फरवरी ही बचे हैं। दरअसल इन दोनों ही दलों ने छोट-छोटे क्षेत्रीय जाति आधारित दलों से गठबंधऩ किया है। अब सहयोगी दलों के साथ टिकट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा है। इसके चलते बीजेपी और समाजवादी पार्टी गठबंधन की ओर से सभी सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित नहीं किए जा सके हैं।

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UP Assembly Elections 2022:

UP Assembly Elections 2022:

वाराणसी. UP Assembly Elections 2022 के सातवें चरण के लिए नामांकन दाखिल करने को अब केवल दो दिन बचे हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी हो या समाजवादी पार्टी दोनों की ओर से अब तक पूर्वांचल की सभी सीटों के लिए प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। इसे लेकर जहां दावेदारों के बीच धुकधुकी लगी है तो वहीं समर्थक भी बेचैन हैं।

दरअसल इन दोनों ही पार्टियों ने यूपी विधानसभा चुनाव फतह करने के लिहाज से इस बार भारी भरकम गठबंधन किया है। दावा तो ये किया गया था कि सहयोग दलों के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर कहीं जिच नहीं फंसने वाली। पर हकीकत में ऐसा है नहीं, क्योंकि अगर दावा सच होता तो अब तक सारे उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी होती। लेकिन ऐसा हो नहीं सका है।

बड़ा गठबंधन, टिकट बंटवारे में बड़ी मुश्किल

हाल ये है कि बीजेपी हो या समाजवादी पार्टी दोनों के सहयोगी दलों संग टिकट बंटवारे को लेकर खींचतान मची है। सहयोगी दलों संग प्रत्याशी चयन को लेकर मुश्किलें पेश आ रही हैं। ऐसे में विलंब होना स्वाभाविक सा है। बीजेपी की बात करें तो सातवें व अंतिम चरण के मतदान के लिए अभी तक सात सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा बाकी है। ये सभी सीटें टिकट बंटवारे की जिच में फंसी हैं। दरअसल इन सीटों पर बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) व निषाद पार्टी ने अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रखी है।

बीजेपी, अपना दल (सोनेलाल) में फंसा है पेंच

बता दें कि बीजेपी अब तक 367 और अपना दल (सोनेलाल) ने 15 तथा निषाद पार्टी ने 14 उम्मीदवार उतारे हैं। अब पेंच फंसा है वाराणसी की सेवापुरी और रोहनिया सीट। इसमें से सेवापुरी से अपना दल का विधायक है, जबकि रोहनिया सीट बीजेपी के कब्जे में है। इसी तरह से सोनभद्र की राबर्ट्सगंज व दुद्धी, जौनपुर की मड़ियाहूं सीट को लेकर मामला फंसा है। बताया जा रहा है कि अपना दल इन पांचों सीटों पर अपना दावा ठोंक रही है। हालांकि बीजेपी सूत्रों के मुताबिक पांच में से तीन सीट ही बीजेपी अपना दल को देने को राजी है। वजह ये है कि वाराणसी की सेवापुरी, सोनभद्र की दुद्धी और जौनपुर की मड़ियाहूं सीट ही बीजेपी अपना दल को सौंपने वाली है। ये तीनों ही सीटें 2017 से अपना दल के पास हैं। वैसे कहा ये भी जा रहा है कि इन सात सीटो में से बीजेपी अपने पास दो सीट रखना चाहती है जबकि अपना दल को तीन सीटें मिलने की संभावना है।

समाजवादी पार्टी को अभी उतारने हैं 21 उम्मीदवार

उधर समाजवादी पार्टी की बात करें तो वहां ज्यादा ही घमासान है। पार्टी को कई सीटों पर प्रत्याशी बदलने भी पड़ रहे है जिससे चयन में और भी मुश्किल पैदा हो रही है। अब इलाहाबाद पश्चिम की ही बात करें तो वहां दो-दो बार उम्मीदवार बदले गए। ऐसे में अब समाजवादी पार्टी को वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, आजमगढ़, मऊ, मिर्जापुर, भदोही व सोनभद्र समेत 21 सीटों पर अभी उम्मीदवार उतारे जाने शेष हैं।