
EVM Hacking: ईवीएम में धांधली व हैकिंग को लेकर कई बार आरोप लगते रहे हैं इसी बीच फर्जी पत्र को लेकर चुनाव आयोग में हड़कंप मचा हुआ है। केंद्रीय निर्वाचन आयोग के लेटर हेड पर बलिया और ललितपुर के डीएम को मिले एक फर्जी पत्र से आयोग में हड़कंप का माहौल है। मामला आयोग के संज्ञान में आने के बाद दोनों जिलों में फर्जी पत्र के संबंध में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बलिया में डीएम ऑफिस की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
डाक से मिला था पत्र
बलिया और ललितपुर के डीएम को बीते दिनों सामान्य डाक से ईवीएम के संबंध में एक फर्जी पत्र मिला था। इस फर्जी पत्र में लिखा था कि जापान के चुनाव आयोग ने पाया है कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है और पासवर्ड भी बदला जा सकता है। केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना व आंध्र प्रदेश से लाई जा रही ईवीएम को चुनाव के दिन किसी भी कंपनी के इंटरनेट नेटवर्क से 200 मीटर दूरी पर रखा जाए। पत्र में इस बात पर जोर दिया गया था कि इस जानकारी को राजनीतिक दलों से दूर रखा जाए, ऐसा न करने पर डीएम को चेतावनी भी दी गई है। इस पत्र पर आयोग के निदेशक के रूप में विक्रम बत्रा का नाम लिखा है और हस्ताक्षर भी हैं। जबकि आयोग में इस नाम का कोई निदेशक मौजूद ही नहीं है। अंग्रेजी में लिखे पत्र में कई जगह पर गलत स्पेलिंग और व्याकरण का इस्तेमाल किया गया है। पत्र पर भारत निर्वाचन आयोग की मुहर भी लगाई गई है।
डीएम को हुआ शक
EVM Hacking जिले के डीएम को यह फर्जी पत्र मिलने के बाद शक हुआ जिसके बाद अधिकारियों ने निर्वाचन आयोग से इस पत्र के बारे में स्थिति स्पष्ट करने का अनुरोध किया। जिसके बाद आयोग में पत्र को फर्जी बताते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। इसके बाद दोनों जिलों में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है बलिया के एसपी राजकरण नैयर और ललितपुर के डीएम आलोक सिंह में एफआईआर दर्ज होने की जानकारी उपलब्ध कराई है।
Updated on:
06 Feb 2022 11:13 am
Published on:
06 Feb 2022 11:10 am
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