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UP Assembly Election 2022: चौथे चरण में यह 10 उम्मीदवार सबसे ज्यादा दागी, जानें जिन्हें आप चुनने जा रहें हैं उनकी कैसी है छवि

जिन जिलों में मतदान प्रक्रिया पूरी होनी है उनमें मुख्य रूप से पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर और बांदा शामिल हैं। वहीं, इन जिलों की विभिन्न सीटों से अपनी किस्मत आजमाने चुनावी मैदान में उतरे अधिकतर प्रत्याशी आपराधिक छवि के हैं।

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UP Assembly Election 2022 Top Ten Criminal Leaders of Fourth Phase

UP Assembly Election 2022 Top Ten Criminal Leaders of Fourth Phase

उत्तर प्रदेश में आज चौथे चरण का मतदान होना है। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। इस बार 624 उम्मीदवार मैदान में हैं। लेकिन सबसे कड़ा मुकाबला सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी का समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी से है। चौथे चरण में 09 जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर वोटिंग है। जिन जिलों में आज मतदान प्रक्रिया पूरी होनी है उनमें मुख्य रूप से पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर और बांदा शामिल हैं। वहीं, इन जिलों की विभिन्न सीटों से अपनी किस्मत आजमाने चुनावी मैदान में उतरे अधिकतर प्रत्याशी आपराधिक छवि के हैं। चौथे चरण में कुल 127 प्रतिशत उम्मीदवार दागी हैं। इसमें कांग्रेस सबसे आगे है।

सबसे ज्यादा आपराधिक छवि के प्रत्याशी कांग्रेस में

इस चरण में सबसे ज्यादा दागी प्रत्याशी कांग्रेस पार्टी से हैं। कांग्रेस के 53 प्रतिशत उम्मीदवार दागी हैं। दूसरे नंबर पर सपा के 52 प्रतिशत, तीसरे नंबर पर बसपा के 44 प्रतिशत और चौथे नंबर पर भाजपा के 40 प्रतिशत प्रत्याशी आपराधिक छवि के हैं। पांचवें नंबर पर आम आदमी पार्टी है, जिसके 24 प्रतिशत उम्मीदवारों की छवि साफ नहीं है।
सबसे ज्यादा मामले इन प्रत्याशियों पर

1- सुभाष पाल

हरदोई के बिलग्राम सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सुभाष पाल पर कुल 10 मामले दर्ज हैं। इसके साथ ही उन पर 20 अलग-अलग धाराएं लगी हुई हैं। इसमें धोखाधड़ी जैसे आरोप भी शामिल हैं।

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2- सुरेंद्र कुमार

हरदोई के बालामऊ सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार पर हत्या समेत कुल नौ मामलों में अपराधी पाए गए हैं। उन पर भी 20 अलग-अलग धाराएं लगी हुई हैं।

3- हरप्रीत सिंह पाल

पीलीभीत की बरखेड़ा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हरप्रीत सिंह पर कुल आठ मामले दर्ज हैं। इनमें 32 धाराएं लगी हुई हैं, जिनमें से सात गंभीर श्रेणी में आते हैं। हरप्रीत पर हत्या के प्रयास, दंगा भड़काने की कोशिश जैसे गंभीर आरोप हैं।

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4- शिवाकांत

फतेहपुर के हुसैनगंज सीट से कांग्रेस प्रत्याशी शिवाकांत पर 23 अलग-अलग मामलों में धाराएं दर्ज हैं। वह कुल आठ मामलों में प्रत्याशी हैं। इनमें से छह गंभीर आरोप हैं। शिवाकांत पर धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप हैं।

5- रविदास मेहरोत्रा

राजधानी लखनऊ की मध्य विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा पर सबसे ज्यादा 22 मुकदमे दर्ज हैं। रविदास पर 74 मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। इनमें 16 गंभीर धाराएं लगी हुई हैं। रविदास पर महिला को बदनियती के साथ प्रताड़ना करने, जाति, धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।

6- राधेश्याम जायसवाल

राधेश्याम जायसवाल सीतापुर से सपा प्रत्याशी हैं। उन पर कुल 10 मामले दर्ज हैं। 17 अलग-अलग मामलों में धाराएं लगी हुई हैं। इनमें से चार गंभीर हैं। अपने हल्फनामे में उन्होंने बताया कि उन पर दंगा भड़काने के लिए उकसाने, चुनाव में गलत तरीके से पैसे देने का आरोप है।

7- राम प्रताप यादव

रायबरेली से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे राम प्रताप यादव पर आठ मामले दर्ज हैं। राम प्रताप पर 30 अलग-अलग धाराएं लगी हुई हैं। इनमें हत्या, गलत नियम के साथ महिला को प्रताड़ित करने जैसे गंभीर आरोप हैं।

8- देवेंद्र सिंह

उन्नाव से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी देवेंद्र सिंह पर आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 20 अलग-अलग धाराएं लगी हुई हैं। इनमें सात गंभीर हैं।

9- धीरेंद्र बहादुर सिंह

रायबरेली की सरेन सीट से भाजपा के प्रत्याशी धीरेंद्र बहादुर सिंह पर 10 मामले चल रहे हैं। उन पर हत्या के प्रयास, धोखाधड़ी जैसे मामले दर्ज हैं। उन पर 37 अलग-अलग मामलों में धाराएं दर्ज हैं।

10- मोहम्मद हनीफ खान

भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस के अलावा लखनऊ वेस्ट से निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद हनीफ खान भी आठ मामलों में अपराधी हैं। उन पर भी 20 अलग-अलग मामलों में धाराएं लगी हुई हैं। इनमें धर्म, जाति के नाम पर उन्माद फैलाने जैसे गंभीर आरोप हैं।