पैसा व सामान होगा जप्त विधानसभा चुनाव में रिश्वत देने ही नहीं लेने वालों के खिलाफ भी कार्यवाही होगी। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज की जाएगी। रिश्वत के लेन-देन में रिटर्निंग ऑफिसर को वस्तुओं को जप्त कर दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को निर्देश देने के साथ इसकी सूचना चुनाव आयोग को देने के निर्देश दिए गए हैं। विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं को प्रभावित करने वालों की निगरानी के लिए चुनाव आयोग सक्रिय हो गया है। आयोग ने निगरानी का जिम्मा केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विभाग (सीजीएसटी) को सौंपा है। सीजीएसटी अब निगरानी करेगी कि कहीं पर वोट के बदले पैसे का लेनदेन तो नहीं किया जा रहा है।
टीमों को किया गया सक्रिय कानून व्यवस्था का चुनावी खर्च की निगरानी के लिए पुलिस अधिकारी आबकारी, आयकर एवं अन्य संबंधित विभागों की टीमों को सक्रिय किया गया है। अधिसूचना जारी होने की तारीख से प्रत्याशियों के खर्च की निगरानी शुरू हो जाएगी। एयरपोर्ट सीमा शुल्क चौकियों वाहनों व गोदामों की जांच का जिम्मा सीजीएसटी को सौंपा गया है। शराब, नगदी, मुफ्त उपहार आदि बांटने की जांच के लिए सीजीएसटी की ओर से उड़न दस्तों का गठन किया गया है।
ये भी पढ़ें: भाजपा के स्टार प्रचारकों कि लिस्ट में इन नेताओं को भी मिली जगह, एक खास जाति को साधने की कोशिश शिकायत के लिए नंबर हुए जारी चुनावी गतिविधियों को प्रभावित करने की कोशिश पर रोक के लिए सीजीएसटी ने उड़न दस्तों का गठन कर दिया है। लखनऊ स्थित आयुक्त कार्यालय ने संदिग्ध लोगों की गतिविधियों की जानकारी देने के लिए फोन नंबर जारी किए हैं। इनमें लखनऊ व उन्नाव जिले में संदिग्ध लोगों व गतिविधियों की जानकारी देने के लिए मोबाइल नंबर 79 92031489 जारी किए हैं। सीतापुर के लिए 9488 982 578, बाराबंकी बहराइच, गोंडा व श्रावस्ती के लिए 94150 81061 जारी किए हैं। इन फोन नंबर पर संदिग्ध व्यक्तियों के संबंध में शिकायत दर्ज की जा सकती है।