
Uttar Pradesh Assembly Election 2022 : सेवता सीट पर होगा त्रिकोणीय मुकाबला, सपा-बसपा देंगे भाजपा को चुनौती
सीतापुर.(पत्रिका न्यूज नेटवर्क). सेवता विधानसभा क्षेत्र ( Sevata assembly seat) में चुनावी सरगर्मी दिखाई देने लगी है। महंगी गाडिय़ों में लगे झंडे बता रहे हैं कि चुनाव बस आने ही वाले हैं। पिछले चुनाव में यहां भाजपा के ज्ञान तिवारी जीते थे। Uttar Pradesh Assembly Election 2022 के लिए भाजपा सक्रिय है जबकि दूसरे नंबर पर रही बसपा भी पीछे नहीं है। हालांकि वर्ष 2012 में यहां सपा जीती थी और Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में वापसी के लिए पूरी ताकत झोंक रही है। ऐसे में साफ है कि आगामी चुनाव में इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा।
सेवता विधानसभा क्षेत्र ( Sevata assembly seat) सीतापुर लोकसभा क्षेत्र में आता है। लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के राजेश वर्मा सांसद हैं। सेवता विधानसभा क्षेत्र ( Sevata assembly seat) में पिछड़ा वर्ग के मतदाता अधिक होने के कारण सपा और बसपा का जोर ज्यादा है जबकि कांग्रेस का अपना परंपरागत वोट बैंक कुछ बचा हुआ है। वर्ष 2012 के चुनाव की बात करें तो यहां भारतीय जनता पार्टी के ज्ञान तिवारी ने 94697 वोट पाकर भारी अंतर से जीत दर्ज की थी। दूसरे नंबर पर रहे बहुजन समाज पार्टी के इंजीनियर मोहम्मद नसीम को 51038 वोट मिले थे। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रहे शिव कुमार गुप्ता को 43488 वोट मिले थे। वर्ष 2012 के चुनाव में समाजवादी पार्टी के महेंद्र कुमार सिंह ने जीत दर्ज की थी और तब कांग्रेस के अम्मार रिजवी दूसरे नंबर पर खिसक गए थे।
होगा त्रिकोणीय मुकाबला
Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में किसी भी दल को बढ़त मिलती नहीं दिख रही है। भाजपा ने मोदी लहर के कारण विधायक तो जिता लिया लेकिन जमीनी पकड़ उतनी नहीं बन पाई है। हालांकि पार्टी ने सीट जीतने के बाद संगठन की मजबूती पर जोर दिया है। आगामी चुनाव में यहां से सपा, बसपा और कांग्रेस की ताकत बनी हुई है। सभी दल चुनाव को लेकर क्षेत्र में सक्रिय हैं। ऐसे में आकलन यही है कि सेवता विधानसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होगा। सपा की पूरी कोशिश भाजपा से यह सीट छीनने की होगी लेकिन उम्मीदवारों के चेहरों को लेकर मतदाताओं में उत्सुकता है,क्योंकि वर्ष 2017 के चुनाव में कुछ लोग दल-बदल कर भी मैदान में थे।
ये हैं क्षेत्र के मुख्य मुद्दे
वर्ष 2012 के चुनाव से पहले सेवता विधानसभा सीट ( Sevata assembly seat) बेहटा विधानसभा क्षेत्र में आती थी। क्षेत्र के मुद्दों की बात करें तो यहां स्थानीय समस्याओं की भरमार है। सरकार की कल्याणकारी योजनाएं पहुंचने में देरी होती है। गरीब लोगों को अधिकारियों -कर्मचारियों के कई बार चक्कर लगाने पड़ते हैं। बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा और युवाओं के लिए रोजगार के लिए पर्याप्त साधन नहीं हैं। वैसे यहां चुनाव के समय कई दिग्गज नेता आते हैं लेकिन चुनाव के बाद क्षेत्र की समस्याओं से मुंह फेर लेते हैं। चुनाव के समय भी ये समस्याएं कभी मुद्दा नहीं बन पाती हैं।
Published on:
08 Jan 2022 04:00 pm
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