
अब योगी के मठ पर छिड़ी रार, मायावती ने कहा यह है लविश बंगला
अब सीएम योगी आदित्यनाथ के मठ पर रार छिड़ गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहाकि, यह मठ नहीं लविश बंगला है। इस बयान के बाद मामला गरम हो गया है। योगी आदित्यनाथ के कार्यालय की तरफ तुरंत पलटवार हुआ। कहा गया कि, बहन जी! कुछ दिन तो मठ में गुजारिए, आत्मिक शांति मिलेगी। यूपी चुनाव 2022 के लिए 10 फरवरी को वोटिंग होने वाली है। मामला कुछ ऐसे शुरू हुआ कि, गाजियाबाद में चुनाव प्रचार में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहाकि, सत्ता आते ही सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और उनके मंत्रियों ने सबसे पहले अपने लिए बंगलों को निर्माण कराया था। पर भाजपा ने ऐसा कुछ नहीं किया इसके विपरीत 43 लाख गरीब लोगों को आवास दिया गया।
पश्चिमी उत्तरप्रदेश के लोगों मालूम नहीं
इस बयान के बाद भाजपा पर पलटवार करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहाकि, शायद पश्चिमी उत्तरप्रदेश के लोगों को पता नहीं है कि गोरखपुर में योगी जी के बनाया गया मठ, जहां वे ज्यादातर समय रहते हैं, किसी बड़े लविश बंगले से कम नहीं है। बेहतर होता कि वह मतदाताओं को यह भी बता देते।
कभी आइए, शांति मिलेगी, माया को दिया जवाब
मायावती के इस बयान पर योगी आदित्यनाथ कार्यालय की तरफ से कहा गया कि, बहन जी! बाबा गोरखनाथ जी की तपोभूमि गोरखपुर स्थित श्री गोरक्षपीठ में ऋषियों-संतों एवं स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिवीरों की स्मृतियों को संजोया गया है। हिन्दू देवी-देवताओं के मंदिर हैं। 'सामाजिक न्याय' का यह केन्द्र सबके कल्याण के लिए अहर्निश क्रियाशील है। कभी आइए, शांति मिलेगी।
बसपा सरकार के कार्यों का भी जिक्र करना चाहिए था
बसपा सरकार की उपलब्धियों का वर्णन करते हुए मायावती ने कहा, ‘यह भी बेहतर होता कि आदित्यनाथ अपनी सरकार की तारीफ के साथ-साथ बसपा सरकार द्वारा जनहित से जुड़े कार्यों का भी जिक्र करते। उन्हें पता होना चाहिए कि गरीबों को घर और भूमिहीनों को जमीन देने में बसपा सरकार का रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है।
Published on:
24 Jan 2022 01:13 pm
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