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IIT मद्रास का बड़ा फैसला! इलेक्ट्रिक वाहनों पर जल्द शुरू किया जाएगा मास्टर्स प्रोग्राम

Master’s Programme On Electric Vehicles: IIT मद्रास ने हाल ही में अपने पाठ्यक्रम में एक नया कोर्स शामिल किया है। यह कोर्स इलेक्ट्रिक वाहनों पर एक मास्टर्स प्रोग्राम होगा।

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IIT Madras

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Technology / IIT) की मद्रास स्थित ब्रांच ने हाल ही में अपने पाठ्यक्रम में एक नया कोर्स शामिल करने का फैसला लिया है। IIT मद्रास ने आज ही इस बात की जानकारी देते हुए बताया है कि वो जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहनों पर एक मास्टर्स प्रोग्राम शुरू करेगा। पिछले साल भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की लोकप्रियता और डिमांड तेज़ी से बढ़ी है। इसी के चलते IIT मद्रास ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इंटरडिसिप्लिनरी डुअल डिग्री (IDDD) की शुरुआत करने की घोषणा की है, जिससे इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के क्षेत्र में छात्रों की जानकारी और उनका इंट्रेस्ट भी बढ़ेगा।


कब से भर सकेंगे नामांकन?

IIT मद्रास ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर मास्टर्स प्रोग्राम के नामांकन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जनवरी 2022 के सत्र से ही छात्रों को इस मास्टर्स प्रोग्राम में नामांकन भरने का मौका मिलेगा।

किसके लिए है यह प्रोग्राम?

यह प्रोग्राम ऐसे छात्रों के लिए होगा जो बीटेक या डुअल डिग्री कोर्स करने की इच्छा रखते हैं। ऐसे में जनवरी 2022 से ही इच्छुक छात्र बीटेक के तीसरे साल और और डुअल डिग्री कोर्स के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों पर मास्टर्स प्रोग्राम के लिए नामांकन भर सकते हैं।

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कैसी हो सकती है शुरुआत?

एक रिपोर्ट के अनुसार शुरुआत में IIT मद्रास द्वारा शुरू किए जा रहे इलेक्ट्रिक वाहनों पर मास्टर्स प्रोग्राम में 25 छात्रों के प्रवेश लेने की उम्मीद है। हालांकि यह संख्या ज़्यादा भी हो सकती है।


क्या है एक्सपर्ट्स की राय?


IIT मद्रास में इंजीनियरिंग डिज़ाइन डिपार्टमेंट के प्रमुख टी अशोकन ने इस बारे में बात करते हुए कहा, "इलेक्ट्रिक वाहनों पर शुरू किए जा रहे इस मास्टर्स प्रोग्राम से जुड़े कंटेंट को इस तरह पेश किया जाएगा कि इससे जुड़े सभी डोमेन क्षेत्र में छात्रों को सही और पर्याप्त जानकारी उपलब्ध कराई जा सके। इसमें इलेक्ट्रिक वाहन की बुनियादी बातों से लेकर बैट्री और मोटर्स के साथ ही दूसरे सभी ज़रूरी पक्षों को शामिल किया जाएगा। इंजीनियरिंग डिजाइन डिपार्टमेंट इस प्रोग्राम का संचालन करेगा और इसे दूसरे डिपार्टमेंट्स में संयुक्त प्रयास के तौर पर पहुंचाया जाएगा।"

IIT मद्रास के प्रैक्टिस प्रोफेसर कार्तिक अथमनाथन ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “बढ़ती डिमांड और लोकप्रियता की वजह से वर्तमान समय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए दिलचस्प और बेहतरीन अवसर है। हम टिपिंग पॉइंट पर है। ऐसे में यह ज़रूरी है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के सभी ज़रूरी पक्षों के लिए बेहतरीन स्किल्स होने चाहिए। इसके लिए IIT मद्रास शुरुआत कर रही है और इलेक्ट्रिक वाहनों और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए प्रोग्राम को इंडस्ट्री से जुड़ाव के साथ पेश किया जाएगा।"

IIT मद्रास में इंजीनियरिंग डिज़ाइन डिपार्टमेंट के सीएस राम ने इस बारे में बात करते हुए कहा, "छात्रों को इलेक्ट्रिक वाहनों पर मास्टर्स प्रोग्राम के पाठ्यक्रम में इलेक्ट्रिक वाहनों की इंजीनियरिंग की पूरी शिक्षा दी जाएगी। इसके बाद उन्हें इलेक्ट्रिक वाहनों के सेगमेंट में अपनी इच्छा और इंट्रेस्ट से सेक्टर चुनने का मौका मिलेगा। छात्रों को इस सेक्टर में मास्टर प्रोजेक्ट करने की सुविधा भी दी जाएगी।"


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सुनहरे भविष्य की मज़बूत नींव

IIT मद्रास द्वारा शुरू किए जा रहे इलेक्ट्रिक वाहनों पर मास्टर्स प्रोग्राम से स्नातक करने वाले छात्रों के पास इलेक्ट्रिक वाहनों के सेगमेंट में जॉब के बेहतरीन चांस रहेगा। इन छात्रों को इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में प्रोडक्ट डेवलपमेंट, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ज़रूरी इंजीनियरिंग स्किल्स, बैट्री डिटेल्स और डेवलपमेंट से जुडी जानकारी, बेहतर कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिक वाहनों की क्वालिटी चैक करने के स्किल्स और इलेक्ट्रिक वाहन के बेहतर असेम्बलिंग से जुड़े सभी ज़रूरी बातों की सीख मिलेगी।
आज इलेक्ट्रिक वाहनों की भारत में लोकप्रियता और डिमांड तेज़ी से बढ़ रही है और यह तो सिर्फ शुरुआत है। इलेक्ट्रिक वाहनों को ऑटोमोबाइल सेक्टर का भविष्य माना जाता है। ऐसे में IIT मद्रास की यह शुरुआत भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के सुनहरे भविष्य की मज़बूत नींव तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।