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Electric Vehicles के Charging Stations लगाने का क्या है प्रोसेस,कितना आएगा खर्च? यहां पढ़े पूरी डिटेल

भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी व्यक्ति पूरे देश में एक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए स्वतंत्र (लाइसेंस रहित) है, बशर्ते चार्जिंग स्टेशन बिजली विभाग के मानकों को पूरा करता हो।

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Electric Vehicle Charging station

इलेक्ट्रिक वाहनों की दौड़ में कंपनी और सरकार आम आदमी के लिए कई रास्ते खोल रही हैं, जहां इन्हें खरीदने पर सब्सिडी का प्रवाधान है, वहीं भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी व्यक्ति पूरे देश में एक इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए स्वतंत्र (लाइसेंस रहित) है, बशर्ते चार्जिंग स्टेशन बिजली विभाग के मानकों को पूरा करता हो। इसलिए, यदि आप अपना ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको बस न्यूनतम बुनियादी आवश्यकताओं का पालन करना होगा और सही विक्रेता और स्थान का पता लगाना होगा। आइए आपको बताते हैं, ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने की पूरी प्रक्रिया।


कितना आएगा खर्च



देश में कई प्रकार के ईवी चार्जर हैं; लेवल 1 स्लो चार्जिंग स्पीड (Slow Charging Speed) वाला बेसिक है। वहीं सबसे लोकप्रिय लेवल 3 प्रकार का चार्जर है, जो डीसी करंट का उपयोग करता है, और इसमें फास्ट चार्जिंग (Fast Charging) होती है। भारत में ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की लागत भिन्न होती है। 1 लाख रुपये से 40 लाख रुपये तक आप चार्जर के प्रकार के अनुसार निवेश कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर देखें तो नया बिजली कनेक्शन 250 KVA का खरीदने के लिए आपको करीब 7,50,000/- रुपये खर्च करने होंगे। वहीं इसमें ईवी का Management Software और Integration के लिए 40,000/- रुपये खर्च करने होंगे। इसके अलावा तकनीशियन व रखरखाव में 3,50,000/ रुपये सालाना खर्च आएगा।


इन बिंदु पर जरूर करें गौर


दी गई लागत अनुमानित है, और जैसा कि हमने बताया कि ईवी चार्जिंग स्टेशन को लगाने के लिए आपको बिजली विभाग (Electricity Department) को कोई पैसा नहीं देना होगा। लेकिन आपका बैकअप प्लान जरूर मजबूत होना चाहिए। इसके साथ ही आपको भारत में ईवी चार्जिंग स्टेशन की स्थापना के लिए निवेश करने की योग्यता को समझना, सरकार की पहल पर विचार करना, सेटअप के लिए लागत, चार्जर की लागत, बिजली और सॉफ्टवेयर लागत, बुनियादी ढांचा लागत, इन्फ्रास्ट्रक्चर सेटअप आदि की भी योजना बनाने की आवयश्कता है।



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आधिकारिक दिशानिर्देश यह निर्देश देते हैं, कि चार्जिंग स्टेशन लगोन वाली साइट पर कौन सी बुनियादी सुविधाएं स्थापित की जानी चाहिए। जगह की बात करें तो सरकार ने अभी तक अनिवार्य स्थानिक आवश्यकताओं के बारे में निर्देश जारी नहीं किया है, लेकिन आम तौर पर यह माना जाता है कि 300 से 500 वर्ग फुट की न्यूनतम जगह की आवश्यकता होती है, ताकि 2-3 कारों को आसानी से पार्क किया जा सके।


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बिजली मंत्रालय (MOP) द्वारा 2018 में निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार, पब्लिक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (PCI) के लिए न्यूनतम आवश्यकताओं में "सभी संबंधित सबस्टेशन उपकरणों के साथ एक विशेष ट्रांसफार्मर" शामिल है जिसमें प्लग-इन नोजल, 33/11 KV होना चाहिए। प्रत्येक सार्वजनिक चार्जर में कम से कम एक इलेक्ट्रिक कियोस्क होना चाहिए जिसमें कई चार्जिंग पॉइंट हों। इनमें न्यूनतम आवश्यकता के अलावा, कई कियोस्क और चार्जिंग पॉइंट स्थापित किए जा सकते हैं।