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2 घंटे 23 मिनट की फिल्म ने दिल थाम कर रख दिया! इसका Climax देखकर आप रह जाएंगे दंग

Crime Thrillers Movie: 2 घंटे 23 मिनट की ये एक ऐसी फिल्म है जो आपको दिमाग घुमा देने वाले सस्पेंस से भर देगी। हर पल डर और उत्सुकता का एहसास होगा, और जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ेगी, रहस्य गहरा होता जाएगा। लेकिन असली धमाका तो क्लाइमैक्स में है...

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2 घंटे 23 मिनट की ये फिल्म और दिमाग घुमा देने वाला सस्पेंस! इसका क्लाइमैक्स देखकर कांप उठेंगे आप

Rakshasudu (फोटो सोर्स: X)

Crime Thrillers Movie: एक बेहतरीन सस्पेंस थ्रिलर फिल्म का अनुभव हमेशा यादगार होता है। ऐसी फिल्में जो दर्शकों को डर और हैरत से भर देती हैं, उन्हें लंबे समय तक याद रखा जाता है। 'रक्षासुदु' एक ऐसी ही तेलुगु फिल्म है जिसने 2018 में रिलीज होने पर दर्शकों के दिलों पर राज किया था। ये फिल्म असल में तमिल फिल्म 'रत्सासन' का रीमेक है, जिसे तेलुगु माहौल के हिसाब से बदलकर और भी दमदार बनाया गया है। ये सिर्फ एक पुलिस की कहानी नहीं है, बल्कि एक इमोशनल ट्रैवल भी है।

क्या आपने कभी इतना ट्विस्ट देखा है?

फिल्म में, अरुण (बेल्लमकोंडा साईं श्रीनिवास), एक फिल्म निर्माता बनने का सपना देखता है और थ्रिलर फिल्में बनाना चाहता है, लेकिन अपने पिता की मौत के बाद, उसे अपना सपना छोड़ना पड़ता है और पुलिस अधिकारी बनना पड़ता है। अपनी पहली जिम्मेदारी में, उसे एक सीरियल किलर के मामले को सुलझाना होता है, जो बेरहमी से स्कूली छात्रों की हत्या कर रहा है।

कहानी इसी के इर्द-गिर्द घूमती है कि कैसे एक सक्सेस निर्देशक एक साइको किलर को पकड़ता है। अरुण अपने फिल्म निर्माण के ज्ञान का उपयोग करके साइको किलर के मनोविज्ञान को समझने के लिए कई चुनौतियों का सामना करता है। फिल्म हर पल दर्शकों को सस्पेंस में बांधे रखती है।

क्राइम,थ्रिलर और सस्पेंस

दरअसल, 'रक्षासुदु' को एक बेहतरीन क्राइम थ्रिलर बनाने के कई कारण हैं। यह न केवल जांच पर फोकस करती है, बल्कि हत्यारे के मनोविज्ञान और नायक की व्यक्तिगत भावनाओं को भी दिखाती है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक और सिनेमैटोग्राफी इसे एक अलग लेवल पर ले जाती है, जो हर सस्पेंस भरे पल को और भी दमदार बनाती है। निर्देशक रमेश वर्मा ने मूल कहानी की भावनाओं को बरकरार रखते हुए इसे तेलुगु दर्शकों के लिए अनुकूल बनाया।

बेल्लमकोंडा साईं श्रीनिवास ने पहली बार एक गंभीर भूमिका निभाई और इसे बखूबी निभाया। उनके साथ अनुपमा परमेश्वरन मेन लीड में हैं, जबकि राजीव कनकला, सरवनन, विनय रॉय और सुजन ने अहम रोल निभाई हैं। जबकि घिबरन ने शानदार बैकग्राउंड स्कोर और संगीत से फिल्म को हिट बनाने में मदद की और अमर रेड्डी ने फिल्म का एडिटिंग किया है। ये फिल्म पेन मूवीज बैनर के तहत बनाई गई है।

इस फिल्म की हर सीन में छुपा है एक रहस्य - सच्ची घटनाओं से प्रेरित

राम कुमार ने तमिल में 'रत्सासन' का निर्देशन किया और कहानी भी उन्होंने ही लिखी थी। उन्होंने कुछ सच्ची घटनाओं से प्रेरित होकर ये फिल्म बनाई। उन्होंने एड गीन नामक एक अमेरिकी सीरियल किलर पर बेस्ड कहानी बनाई और फिल्म में हत्यारे के रूप और मनोविज्ञान के लिए कुछ सच्ची घटनाओं को शामिल किया।

फिल्म के कुछ सीन तो सच्ची घटनाओं के इतने करीब हैं कि वे एक डरावना एहसास पैदा करते हैं। तमिल में सफलता मिलने के बाद, इसे तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में भी बनाया गया। 'रक्षासुदु' एक ऐसी फिल्म है जो आपको 2 घंटे 23 मिनट तक अपनी सीट से बांधे रखेगी और जिसका क्लाइमेक्स देखकर आपके होश उड़ जाएंगे।