कानपुर से लेकर टूंडला तक लगभग 300 किलोमीटर की बाउंड्री वाल बनाने का जिम्मा आसाम की एक कंपनी को दिया गया है। इस कंपनी ने कानपुर में एक प्लांट लगाया है और दूसरा प्लांट इटावा जंक्शन के माल गोदाम परिसर में लगाया जा रहा है। यहां पर बाउंड्री वाल के लिए आरसीसी के पैनल व स्लीपर तैयार किए जाएंगे। प्लांट के लिए काम शुरू हो चुका है । माना जा रहा है जल्द ही इस प्लांट में पैनल व स्लीपर बनना शुरू होंगे और इसके बाद आरसीसी बाउंड्री वाल का काम भी शुरू हो जाएगा। रेलवे लाइन के किनारे रहने वाले इस दो तरफा दीवार बनाने जाने को लेकर बेहद खुश नजर आ रहे है। उनका मानना है कि यह दो तरफा दीवार ना केवल हादसो को रोकेगी बल्कि रेल मंत्रालय को खासा फायदा भी पहुंचायेगी।
अमूमन ऐसा जाता है कि रेल लाइन के किनारे घूमने फिरने वाले मवेशी रेल लाइन पर आकर यात्री गाडियो से कट जाते है फिर लंबे समय तक रेल गाडियॉ रेल पटरी पर ही खडी रहती है । कभी कभी तो ऐसा भी होता है कि तकनीकी खामी रेल परिचालन को विलंबित कर देता है । इटावा के जयेश कुमार बताते है कि रेल मंत्रालय ने रेल पटरी के किनारे दो तरफा दीवार बनाने का जो निर्णय लिया है वो वाकई मे काबिले तारीफ है इस दीवार बन जाने का हर हाल मे फायदा ही फायदा होगा ।