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इटावा में मुख्यमंत्री योगी के स्वागत में ठप पड़ा है तैयारियों का हाल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 1 जून को इटावा आएंगे। इस दौरान शहर में उनके आगमन की तैयारियां हो रही हैं

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इटावा में मुख्यमंत्री योगी के स्वागत में ठप पड़ा है तैयारियों का हाल

इटावा. भाजपा संगठन की बैठक पहले सुमेर सिंह किला स्थित गेस्ट हाउस में होनी थी। लेकिन यहां के मीटिंग हॉल में सिर्फ 52 कुर्सियां ही आ सकती हैं। जबकि मीटिंग के लिए 60 कुर्सियां जरूरी हैं। गुरुवार को जब यहां कुर्सियां सजाई गई, तो 52 कुर्सी ही फिट बैठी। इसके बाद आनन-फानन में बैठक का स्थान बदला और यह बैठक किला गेस्ट हाउस के स्थान पर सिंचाई विभाग के डाकबंगले में शिफ्ट कर दी गई। मुख्यमंत्री की पार्टी संगठन के साथ दो बैठकें होनी हैं। एक में 60 और दूसरी बैठक के लिए 70 कुर्सियों की व्यवस्था की गई हैं। अब यह दोनों बैठकें सिंचाई विभाग के डाकबंगले में होंगी।

सुमेर सिंह किले का बदहाल हेलीपैड भी हुआ चमाचम

सुमेर सिंह किले पर बने गेस्ट हाउस में हेलीपैड की व्यवस्था है। लंबे समय से यहां कोई हेलीकाप्टर न उतरने के कारण यह बदहाली की स्थिति में था। पहले मुख्यमंत्री का उड़नखटोला इसी हेलीपैड पर उतारे जाने की व्यवस्था की जा रही थी। इसके चलते इस बदहाल हेलीपैड को भी दो दिनों में चमाचम कर दिया गया। यहां भी हेलीकाप्टर उतारा जा सकता है। हालांकि बाद में हेलीकाप्टर पुलिस लाइन में उतारे जाने का निर्णय लिया गया।

कांग्रेस ने कहा इटावा की समस्याएं निपटाएं सीएम

मुख्यमंत्री के इटावा आगमन पर कांग्रेस ने उनसे जिले की समस्याएं निपटाने की मांग की है। जिलाध्यक्ष उदयभार् सिंह यादव ने मुख्यमंत्री को ईमेल से भेजे एक पत्र में कहा है कि चुनावी वादे पूरे करने के लिए इकदिल को ब्लॉक और बसरेहर, महेवा, चकरनगर को नगर पंचायत का दर्जा दिया जाए। जिले का धान उद्योग बंद है, जिससे किसान व मिल कर्मचारी परेशान हैं। इन मिलों को फिर चालू कराया जाए।

गर्मी से जा रही जान

इस भीषण गर्मी में जिले में बिजली नहीं मिल रही है। नहरों में पानी नहीं आ रहा है। यह भी लोगों की परेशानी का कारण है। उन्होंने यह भी कहा है कि कानून व्यवस्था बदहाल है। पुलिस भले लोगों से अभद्रता कर रही है और वारदातों का खुलासा नही कर रही है। यादव ने यह भी कहा कि मंडी समिति के खरीद केंद्रों का निरीक्षण करने के बजाय मुख्यमंत्री बकेवर, लखना, हैंवरा, ऊमरसेंड़ा व सैफई के खरीद केंद्रों का औचक निरीक्षण करें, जहां किसानों को परेशान किया जा रहा है।

सड़कें की गई दुरुस्त

इटावा जिले में काफी दिनों से सड़कों में गड्ढे हैं। लेकिन इन गड्ढों को भरने की फुर्सत लोक निर्माण विभाग को नहीं थी। एक जून को प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी इटावा आ रहे हैं। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर विभाग के द्वारा बदहाल सड़कों को दुरुस्त करने की याद आ गई और इसके बाद सड़कों को ठीक करने का काम शुरु किया गया। मुख्यमंत्री के कोप से बचने के लिए विभागीय अधिकारियों के द्वारा जिन मार्गों से मुख्यमंत्री को गुजरना है। सिर्फ उन्हीं मार्गों पर ही पेचवर्क करके सड़कों को ठीक किया जा रहा है।

खराब सड़कों से लोग परेशान

पिछले दो दिनों से लोक निर्माण विभाग की टीम सड़कों को दुरुस्त करने में दिन रात जुटी हुई है। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए थे। निर्देशों के बाद कुछ सड़कें ही गड्ढामुक्त हो पाई थी। आज भी शहर में कई ऐसी सड़कें हैं जहां पर लोग हिचकोले खाने को मजबूर हैं लेकिन पीडब्लूडी के अधिकारियों को इन बदहाल सड़कों को दुरुस्त कराने की फुर्सत नहीं थी। जैसे ही अधिकारियों को सीएम के दौरे की जानकारी मिली वैसे ही विभाग नींद में जागा और कुछ सड़कों को दुरुस्त करने का काम भी शुरु कराया।

मुख्यमंत्री को यमुना नदी के किनारे सुमेर सिंह किला स्थित वीवीआईपी गेस्ट हाउस में जाना है। इसलिए नुमाइश चौराहा से लेकर दक्षिणी ग्वालियर वाईपास होते हुए किले तक सड़कों में जहां-जहां पर गड्ढे थे उन्हें भरा गया।
नुमाइश पंडाल में भी सीएम का कार्यक्रम है। इसलिए पंडाल के आसपास क्षेत्र की सड़कों को भी दुरुस्त किया गया है। पुलिस लाइन के आसपास फोरलेन सड़क भी काफी दिनों से कई स्थानों पर गड्ढे हो गए थे। इन्हें भी ठीक किया गया। पुलिस लाइन से लेकर विकास भवन तक की पूरी सड़क चमाचम की गई है। भले ही सीएम के दौरे को लेकर कुछ सड़कों की दशा सुधरी हो लेकिन अभी भी शहर की कई प्रमुख सड़कें गड्ढे में तब्दील हैं।