
Ramgopal
इटावा. सैफई थाना क्षेत्र में एक होटल पर शराब के नशे में खाना खा कर पैसे ना देने की हनक दिखाना एक ट्रेनी दरोगा को महंगा पड़ गया। यूपी डीजीपी ओप सिंह के आदेश के बाद सीओ सैफई ने जांच के बाद लाइन हाजिर करने की सिफारिश की जिसके बाद एसएसपी ने तत्काल आरोपी ट्रेनी दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है। ट्रेनी दरोगा के कार्य व्यवहार को लेकर विभागीय स्तर की जांच भी शुरू कर दी गईं है। सैफई के पुलिस उपाधीक्षक मस्सा सिंह ने बताया कि ट्रेनी दरोगा के खिलाफ जिस तरीके की शिकायतें आई थीं उनकी जांच की गई है। जांच में दरोगा को दोषी पाए जाने के बाद एसएसपी के आदेश पर लाइन हाजिर कर दिया गया है और अन्य विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
यह था मामला-
दरअसल सैफई थाना के अंतर्गत पहलवान नामक एक खाने की दुकान है । देर रात 10 बजे के आसपास सैफई थाने के ट्रेनी दरोगा ज्ञान चन्द्र सैनी शराब के नशे में बिना वर्दी के खाना खाने पहुँच गया, जहाँ पर उसने 130 रुपये का खाना खाया, लेकिन जब पैसे देने की बारी आई तो दरोगा रौब दिखाने लगा। मौके पर उसने पहले होटल स्टाफ के साथ मारपीट की और उसके बाद सैफई थाने की गाड़ी बुला कर वहां काम करने वाले कर्मी गुलफाम, इजराइल ओर फरहान को पकड़ कर थाने ले गया, जहाँ तीनों के साथ मारपीट भी की। होटल मालिक पहलवान अपनी बीमार बहन को देखने के लिये फ़िरोज़ाबाद गया था, लेकिन जब उसको इस बात की जानकारी हुई तो उसने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रो. रामगोपाल यादव को फोन करके पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
रामगोपाल यादव ने डीजीपी से की बात-
इस गंभीर प्रकरण को लेकर के प्रो. रामगोपाल यादव ने डीजीपी ओ.पी. सिंह से बात की, जिसके बाद आज पूर्वाहन सैफई सीओ मस्सा सिंह ने सभी पीड़ितों से अलग-अलग बारी-बारी से बात करके ट्रेनी दरोगा को दोषी मानते हुए उसकी रिपोर्ट एसएसपी को दी, जिसके बाद उसको लाइन हाजिर कर दिया गया। सिर्फ इतना ही नहीं ट्रेनी दरोगा के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई है।
सैफई सीओ मस्सा सिंह 15 नबंवर को कानपुर में प्रस्तावित सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के लिए प्रस्थान कर चुके थे, लेकिन डीजीपी के आदेश के बाद एसएसपी सन्तोष मिश्रा ने निर्देश पर त्वरित जांच करने सैफई थाने पहुंचे।
Updated on:
14 Nov 2019 11:25 pm
Published on:
14 Nov 2019 11:06 pm
बड़ी खबरें
View Allइटावा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
