अभिषेक यादव ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ तौर पर कहा है कि जिला पंचायत की सभी 24 की 24 सीटों पर हर हाल में विजय हासिल करनी है, तभी इटावा में असल समाजवाद दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में जनसंपर्क के दौरान लोगों में भाजपा के प्रति गुस्सा देखने को मिला। इससे यह बात स्पष्ट हो चली है कि भारतीय जनता पार्टी पंचायत चुनाव में शून्यता की ओर जाती हुई दिख रही है।
‘सपा के मुकाबले कोई और पार्टी नहीं’
उन्होंने कहा कि इटावा में जिस तरह की स्थितियां हैं, उसे देखते हुए मैं यह कहने की स्थिति में हूं कि समाजवादी पार्टी के मुकाबले कोई दूसरी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा कि इटावा की 8 ब्लॉक प्रमुख सीटों पर भी समाजवादी पार्टी के ही ब्लॉक प्रमुख उम्मीदवार काबिज होंगे। निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव, अपनी पत्नी डॉ. अंजली, अपनी मां पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता यादव, पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव की मां श्रीमती मृदुला यादव, दीपाली के साथ मतदान करने के लिए आये थे।
उन्होंने कहा कि इटावा में जिस तरह की स्थितियां हैं, उसे देखते हुए मैं यह कहने की स्थिति में हूं कि समाजवादी पार्टी के मुकाबले कोई दूसरी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा कि इटावा की 8 ब्लॉक प्रमुख सीटों पर भी समाजवादी पार्टी के ही ब्लॉक प्रमुख उम्मीदवार काबिज होंगे। निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव, अपनी पत्नी डॉ. अंजली, अपनी मां पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता यादव, पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव की मां श्रीमती मृदुला यादव, दीपाली के साथ मतदान करने के लिए आये थे।
यह भी पढ़ें
पंचायत चुनाव में मोदी, अखिलेश, मेनका और राजा भैया सहित इन दिग्गजों की ‘अग्नि परीक्षा’
वर्ष 1988 से सपा का कब्जा
1988 से इटावा की जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर मुलायम परिवार और समाजवादी पार्टी का कब्जा बना हुआ चला आ रहा है। इस सीट पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी कब्जा करने की अपनी प्रभावी रणनीति बनाए हुए हैं। शिवपाल सिंह यादव भी अपने भतीजे और निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव को एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने के लिए लामबंद हो गए हैं। शिवपाल सिंह यादव ने खुलेआम इस बात का ऐलान कर दिया है कि वह चाहते हैं कि अभिषेक यादव एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिल हों।
एक हो गये चाचा-भतीजा
मुलायम परिवार में भले ही चाचा-भतीजे को लेकर राजनीतिक जंग चल रही हो, लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष पद की विरासत की सीट को बचाने के लिए फिलहाल सपा और प्रसपा एक होकर इटावा में जिला पंचायत के चुनाव लड़ रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट पर भतीजे अभिषेक यादव को बनाये रखने के लिए चाचा शिवपाल यादव और सपा ने रणनीति बनाई है। सपा और प्रसपा की ओर से जारी जिला पंचायत लिस्ट में सात उम्मीदवार एक ही है। चाचा शिवपाल सपा प्रत्याशी अभिषेक यादव को अध्यक्ष पद के लिए पहले ही आशीर्वाद दे चुके हैं।
मुलायम परिवार में भले ही चाचा-भतीजे को लेकर राजनीतिक जंग चल रही हो, लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष पद की विरासत की सीट को बचाने के लिए फिलहाल सपा और प्रसपा एक होकर इटावा में जिला पंचायत के चुनाव लड़ रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट पर भतीजे अभिषेक यादव को बनाये रखने के लिए चाचा शिवपाल यादव और सपा ने रणनीति बनाई है। सपा और प्रसपा की ओर से जारी जिला पंचायत लिस्ट में सात उम्मीदवार एक ही है। चाचा शिवपाल सपा प्रत्याशी अभिषेक यादव को अध्यक्ष पद के लिए पहले ही आशीर्वाद दे चुके हैं।
यह भी पढ़ें
अमरोहा में मतदान केन्द्र में बुजुर्ग की मौत, प्रतापगढ़ में पुलिसकर्मी पर फर्जी वोटिंग कराने का आरोप
अभिषेक पर एकमत क्यों परिवार?
शिवपाल सिंह यादव के बेटे और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव का कहना है कि अभिषेक यादव की बेहतर कार्यशैली को देखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह निर्णय लिया है कि इस दफा अभिषेक यादव को ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कार्य करना है और इसी दृष्टि से उन्होंने स्थानीय और इलाकाई लोगों से अपील भी की हुई है।
दो मई को पता चलेगा, जीत किसकी?
सोमवार को जिला पंचायत का चुनाव हो रहा है। 2 मई के बाद आने वाले नतीजे पर हर किसी की निगाह होगी क्योंकि तभी पता चलेगा कि पंचायत मे भाजपा प्रभावी हुई है या फिर समाजवादी पार्टी का आज भी दबदबा कायम है।
सोमवार को जिला पंचायत का चुनाव हो रहा है। 2 मई के बाद आने वाले नतीजे पर हर किसी की निगाह होगी क्योंकि तभी पता चलेगा कि पंचायत मे भाजपा प्रभावी हुई है या फिर समाजवादी पार्टी का आज भी दबदबा कायम है।