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महान दल अध्यक्ष केशव देव मौर्य को अखिलेश यादव ने किया पैदल, गठबंधन तोड़ते ही वापस ली फारर्च्यूनर कार

Keshav Dev Maurya: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में हिस्सेदारी न मिलने से खफा महान दल प्रमुख केशव देव मौर्य ने सपा से गठबंधन तोड़ने की बात कह कर कई तरह के आरोप भी लगाए।

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इटावा

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Jyoti Singh

Jun 11, 2022

महान दल अध्यक्ष केशव देव मौर्य को अखिलेश यादव ने किया पैदल, गठबंधन तोड़ते ही वापस ली फारर्च्यूनर कार

समाजवादी पार्टी ने गठबंधन तोड़ने के ऐलान के बाद महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य को पैदल कर दिया है। दरअसल सपा ने विधानसभा चुनावों से पहले केशव देव मौर्य को एक फारर्च्यूनर कार गिफ्ट में दी थी, जिसे गठबंधन टूटने के बाद वापस मंगा ली है। पार्टी के सूत्रों ने इस बात को दावे के साथ इस बात की तस्दीक है कि सपा से गठबंधन तोड़ने वाले महान दल प्रमुख केशव देव मौर्य से सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गिफ्ट में दी गई फारर्च्यूनर कार वापस ले ली है।

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सपा पर लगाए कई आरोप

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में हिस्सेदारी न मिलने से खफा महान दल प्रमुख केशव देव मौर्य ने सपा से गठबंधन तोड़ने की बात कह कर कई तरह के आरोप भी लगाए। दरअसल सपा गठबंधन में महान दल को केवल दो सीटें मिली थीं। केशव की पत्नी और बेटे को समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल पर महान दल के प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ाया था लेकिन दोनों पराजित हो गए। जबकि विधानसभा चुनाव के दरम्यान समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा प्रो रामगोपाल यादव ने केशव देव मौर्य की जमकर तारीफ करते हुए भगवान श्री कृष्ण बताया था। उन्होंने कहा था कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के चुनावी रथ के सारथी महान दल के केशव देव मौर्य होंगे।

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पार्टी को नहीं दिला सके फायदा

केशव देव मौर्य से सपा ने जब गठबंधन किया था उस समय यह उम्मीद की गई थी कि केशव के जरिये समाजवादी पार्टी को खासा फायदा मिलेगा लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका। पिछड़ी जातियों में प्रमुख शाक्य मौर्य कुशवाहा और सैनी वर्ग से ताल्लुक से जुड़े केशव अपनी जाति पर प्रभाव नहीं छोड़ सके। जबकि इसके ठीक विपरीत सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी से जुड़े इस जाति से ताल्लुक रखने वाले नेताओं का असर व्यापक दिखाई दिया।