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ब्रेक्जिटः ब्रिटेन ने उठाया बड़ा कदम, हाउस ऑफ कॉमंस में पारित हुआ व्यापार विधेयक, ये होगा असर

हाउस ऑफ कॉमन्स में मंगलवार को यूरोपीय संघ (ईयू) समर्थक कई कंजर्वेटिव और लेबर सांसदों द्वारा किए गए संशोधन को करीबी अंतर से हराकर सरकार की योजना को आगे बढ़ाया गया।

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ब्रेक्जिटः ब्रिटेन ने उठाया बड़ा कदम, हाउस ऑफ कॉमंस में पारित हुआ व्यापार विधेयक, ये होगा असर

लंदन। ब्रेक्जिट (यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन का बाहर निकलना) के लिए वैध आधार स्थापित करने के पहले कदम के रूप में व्यापार विधेयक को ब्रिटिश संसद के निचले सदन ने मंजूरी दे दी है। इस विधेयक के समर्थन में 317 और विरोध में 286 वोट पड़े। हाउस ऑफ कॉमन्स में मंगलवार को यूरोपीय संघ (ईयू) समर्थक कई कंजर्वेटिव और लेबर सांसदों द्वारा किए गए संशोधन को करीबी अंतर से हराकर सरकार की योजना को आगे बढ़ाया गया।

'ईयू के साथ द्विपक्षीय रिश्तों को राजी नहीं ब्रिटेन'

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन ईयू के साथ भविष्य में द्विपक्षीय रिश्तों रखने पर सहमत नहीं है, जिसमें वस्तुओं के लिए बाधारहित मुक्त व्यापार क्षेत्र शामिल है। व्यापार विधेयक को अब हाउस ऑफ लॉर्ड्स में भेजा जाएगा, जहां गर्मियों की छुट्टियों के बाद इस पर अध्ययन किया जाएगा। यह विधेयक मौजूदा यूरोपीय व्यापार समझौतों को ब्रिटिश कानून में बदल देगा।

...ये होगा अहम बदलाव

कंजर्वेटिव अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री लिआम फॉक्स ने तर्क दिया कि यह कानून तब तक कंपनियों को 'स्थिरता और निरंतरता' प्रदान करेगा जब तक ब्रेक्जिट के बाद ब्रिटेन अपनी 21 महीने की संक्रमण अवधि के अंत में खुद के व्यापार सौदों तक नहीं पहुंच जाता। यह अवधि 29 मार्च 2019 से शुरू होगी।

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क्या है ब्रेक्जिट?

ब्रिटेन ने 23 जून 2016 को जनमत संग्रह कराया था। इसमें 51.89 फीसदी लोगों ने ब्रिटेन को ईयू से बाहर निकालने का समर्थन किया था। इसी के आधार पर 19 जून 2017 को ईयू से बाहर निकलने को लेकर ब्रिटेन में बातचीत शुरू हो गई थी और अंततः ब्रिटेन ईयू से बाहर निकल गया। वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को व्यापक तौर पर प्रभावित करने वाली यह घटना ब्रेक्जिट कहलाती है। इस घटना का दुनिया के लगभग हर बड़े देश पर असर पड़ा है।

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