30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अस्पताल में ओपीडी से लेकर इमरजेंसी में नहीं दिखा कोई रहनुमा, और बुखार से तपती मासूम बेटी को गोद में लेकर दौड़ती रही मां

परेशान होकर मां गोद में उठाकर बेटी को इमरजेंसी लेकर पहुंची तो यहां से कहा गया कि वह बच्ची को ओपीडी में ही लेकर जाए।

less than 1 minute read
Google source verification
अस्पताल में ओपीडी से लेकर इमरजेंसी में नहीं दिखा कोई रहनुमा, और बुखार से तपती मासूम बेटी को गोद में लेकर दौड़ती रही मां

अस्पताल में ओपीडी से लेकर इमरजेंसी में नहीं दिखा कोई रहनुमा, और बुखार से तपती मासूम बेटी को गोद में लेकर दौड़ती रही मां

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
फर्रुखाबाद. बुखार से तप रही बेटी को गोद में उठाकर लोहिया अस्पताल की ओपीडी पहुंची। मां घंटे भर ओपीडी से इमरजेंसी के बीच भटकती रही। कोई डॉक्टर न मिलने पर परेशान मां हताश होकर रोने लगी। घंटों बाद डॉक्टर के आने पर बच्ची को इलाज मिला।

दरअसल नरकसा निवासी शिल्पी अपनी 10 साल की बेटी ओजल को बुखार आने पर शुक्रवार की सुबह इलाज के लिए लोहिया अस्पताल की ओपीडी लेकर पहुंची। उसने लाइन में लगकर पर्चा बनवाया, ओपीडी पहुंची तो कोई डॉक्टर नहीं बैठा था। फिजीशियन कक्ष में पहुंची तो वहां भी डॉक्टर नहीं थे, बाल रोग विशेषज्ञ भी नहीं बैठे थे ऐसे में परेशान होकर मां गोद में उठाकर बेटी को इमरजेंसी लेकर पहुंची तो यहां से कहा गया कि वह बच्ची को ओपीडी में ही लेकर जाए।

एक घंटे तक मां बच्ची को लेकर इधर-उधर भटकती रही, बाद में बाल रोग विशेषज्ञ ने बच्चों के कक्ष में बीमार बालिका को देखा। मां का कहना है कि उसे एक घंटे तक परेशान होना पड़ा, इस बीच बच्ची की हालत ज्यादा बिगड़ गयी।