फर्रुखाबाद. अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद जिले के भी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में फर्जी अभिलेख से नौकरी करने का मामला सामने आया है। कमालगंज की वार्डन संध्या द्विवेदी के अलीगढ़ और फिरोजाबाद में भी नौकरी करने का खुलासा हुआ है। दोनों जिलों से उसे बर्खास्त कर मुकदमे की तैयारी हो गई है। उधर, कमालगंज की वार्डन के पते पर पहुंचे बीईओ को प्राइमरी विद्यालय की शिक्षिका मिली। वह वर्ष 2010 से बढ़पुर ब्लाॅक के स्कूल में नौकरी कर रही है। बता दें कि राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद के आदेश पर कस्तूरबा विद्यालयों की वार्डन, शिक्षिकाओं व कर्मचारियों के अभिलेखों का सत्यापन किया जा रहा है। इसमें कमालगंज की वार्डन संध्या द्विवेदी के अलीगढ़ व फिरोजाबाद में भी नौकरी करने की जानकारी मिली।
बीएसए लालजी यादव ने फिरोजाबाद बीएसए से संध्या द्विवेदी के अभिलेख और जांच रिपोर्ट मांगी है। फिलहाल अलीगढ़ बीएसए से संपर्क नहीं हो सका है। बीएसए लालजी यादव ने बताया कि संध्या द्विवेदी की मार्कशीट की जांच की गई तो जांच में असली मार्कशीट में 1991 जन्मतिथि पाई गई, जबकि संध्या द्विवेदी जो कमालगंज बाॅ विद्यालय में वाॅर्डन के पद पर तैनात हैं, उसमें 1988 जन्मतिथि अंकित है। इससे साफ पता चलता है कि जन्मतिथि में हेरफेर कर फर्जी तरीके से कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नौकरी हासिल की गई है।
शासनादेश के अनुसार विद्यालय के वार्डन पद के लिए उम्र 30 वर्ष होना अनिवार्य है। 1991 से आयु तीस वर्ष नहीं होती है। इसलिए संध्या मार्कशीट में अपनी गलत उम्र (साल 1988) दिखाकर नौकरी कर रही थी। उसी के साथ प्रीति गुप्ता के कागजों की भी जांच की जा रही है। जिसके चलते बीएस व कार्यालय के बाबुओं में हलचल पैदा हो गई है। क्योंकि 2013, 2014 में प्रदेश के कई जनपदों में फर्जी शिक्षकों ने तैनाती पाई है।