
Deepawali 2019 : इस दिन है धनतेरस और दीपावली महापर्व- ये 7 काम करने से घर में निवास करने लगेगी माँ लक्ष्मी
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि दिन रविवार को है। कार्तिक अमावस्या को ही प्रकाश का प्रेरक महापर्व दीपावली ( Deepawali ) मनाई जाएगी एवं धन वैभव की देवी माता महालक्ष्मी का पूजन सुख शांति, श्री, समृद्धि, यश, कीर्ति आदि की कामना से जन सामान्य करता है। जानें दीपावली महापर्व लक्ष्मी पूजा एवं दीपावली से ठीक दो दिन पहले मनाया जाने वाला पर्व धनतेरस ( Dhanteras ) की पूजा विधि एवं शुभ तिथि।
1- धनतेरस
धनतेरस ( Dhanteras ) का पर्व कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। साल 2019 में धनतेरस का पर्व 25 अक्टूबर दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। धनतेरस के दिन सोना-चांदी खरीदना शुभ माना जाता है।
2- दीपावली महापर्व
दीपावली का महापर्व कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। दीपावली का पर्व साल 2019 में 27 सितंबर 2019 दिन रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन धन की देवी माता महालक्ष्मी की विशेष पूजा अर्चना की जाती है।
ऐसे करें दीपावली पर माता महालक्ष्मी का पूजन
- कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को धन वैभव की देवी माता महालक्ष्मी का पूजन प्रदोष कालिक मुहूर्त में करना अति उत्तम माना जाता है। इस समय पूजन करने से घर परिवार में देवी लक्ष्मी स्थाई निवास करती है ऐसा शास्त्रों में उल्लेख माता है।
- कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को विधिवत माता लक्ष्मी का षोडशोपचार पूजन करें।
- पूजन के बाद हल्दी, कामया सिंदूर और गाय का घी मिश्रित घोल से मुख्य द्वार, आलमारी, तिजोरी आदि पर शुभता का प्रतीक स्वास्तिक का चिन्ह बनायें।
- मकान दुकान आदि के मुख्य द्वार पर पूजा की हुई लोहे की कील ठोक दें।
- लाल कपड़ें में बनाई गई कुबेर की पोटली को स्वास्तिक बनाकर धन रखने के स्थान पर स्थापित करें।
- सभी कार्यों की सफलता के लिए लाल कपड़े में गोमती चक्र सिक्के के साथ घर एवं व्यापार स्थल दुकान आदि के भीतरी तरफ मुख्य प्रवेश द्वार पर बांध दें।
दीपावली के दिन ये 7 शुभ काम करने उपाय कर्ता के घर में माँ लक्ष्मी सदैव निवास करती है।
1- मुख्य प्रवेश द्वार के दोनों ओऱ गाय के घी के दीपक जलायें ।
2- मंगल ध्वनी करें, शंख, गरूड़ घंटी बजायें और श्री सुक्त, ललिता सहत्रनाम, कनक धारा स्त्रोत, लक्ष्मी चालीसा आदि का श्रद्धा पूर्वक पाठ करें।
3- ऊँ श्रीं श्रियै नमः मंत्र का पाठ करें।
4- उपरोक्त विधि से माता लक्ष्मी का पूजन करने पर माता प्रसन्न हो जाती हैं ।
5- बेल वृक्ष या पीपल पेड़ के नीचे गाय के घी का दीपक अवश्य जलायें।
6- दीपक जलाने के बाद वहीं बैठकर श्री सुक्त का पाठ अवश्य करें।
7- मेवा मिष्ठान का चुरमा बनाकर भोग लगायें, एवं वृक्ष की जड़ों में चीटियों के लिए बिखरा दें।
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Published on:
08 Oct 2019 01:29 pm
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