
सौभाग्य का पर्व हरतालिका तीज विवाहित महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण व्रत होता है। हालांकि कुंवारी लड़कियों द्वारा भी यह व्रत रखा जाता है, लेकिन विवाहित स्त्रियां इसे पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं और कुंवारी कन्याएं सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए रखती हैं। कथाओं के अनुसार यह व्रत देवी पार्वती नें भगवान शिव को पाने के लिए किया था। इस व्रत को सच्चे मन से करने पर अखंड सौभाग्यवती का वरदान मिलता है। इस बार हरतालिका तीज ( hartalika teej ) 2 सितंबर को रखी जाएगी। आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ विशेष बातें...
हरतालिका तीज पूजा व्रत सामग्री
बेल पत्र, केले के पत्ते, धतूरा, अंकव पेड़ के पत्ते, तुलसी, शमी के पत्ते, काले रंग की गीली मिट्टी, जनैव, धागा और नए वस्त्र।
इसके अलावा श्रीफल, कलश,अबीर, चंदन, तेल और घी, कपूर, दही, चीनी, शहद ,दूध और पंचामृत आदि।
इस पवित्र तीज व्रत को हर विवाहित तथा अविवाहित स्त्री को करना चाहिए। इस दिन महिलाएं सावन के बाद आई नई 16 तरह की पत्तियों को हरतालिका तीज के दिन शिवजी को चढ़ाकर अपने घर में हर प्रकार की वृद्धि का वर भी मांगती हैं। तो आइए जानते हैं कौन सी हैं वे इच्छापूर्ति वाली पत्तियां...
सेवंतिका : दांपत्य सुख
शमी के पत्ते: धन और समृद्धि
हरतालिका तीज के लिए जरूरी है ये बातें...
- हरतालिका तीज की कथा गाना अथवा श्रवण करें।
Published on:
28 Aug 2019 12:17 pm
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