इस बार पूर्णिमा तिथि शनिवार,21 अगस्त 2021 को 7:00 PM से शुरु हो जाएगी जो रविवार,22 अगस्त 2021 को 5:31 PM तक रहेगी। ऐसे में आज हम आपको राखी से जुड़े पर्व से एक ऐसी बात बता रहे हैं, जिसके संबंध में मान्यता है कि इस दिन ये कार्य करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है।
मान्यता है कि रक्षा बंधन के दिन बहनों को सबसे पहले श्रीगणेश राखी बांधनी चाहिए। वहीं इस दिन हनुमानजी को भी राखी बांधना बेहद शुभ माना गया है।
माना जाता है कि हनुमान जी को राखी बांधने से जहां भाई और बहनों का क्रोध शांत होता है, वहीं गणेशजी को राखी बांधने से भाई-बहन के रिश्ते में प्यार बढ़ता हैं। साथ ही यह भी माना जाता है कि कलयुग के देवता श्री गणेश व हनुमान जी को राखी बांधने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है।
ऐसे में जहां आप मंदिर में जाकर दोनों देवों को राखी अर्पित कर सकते हैं, वहीं मंदिर न जा पाने की स्थिति में ये राखी घर के मंदिर में भी दोनों देवों को अर्पित कर सकते हैं। इस संबंध में पंडित सुनील शर्मा का कहना है कि जिन बहनों के भाई नहीं हैं वे भी दोनों देवों को राखी बांध सकती हैं, ऐसा करने से उन्हें विशेष आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। वहीं जिन बहनों के भाई हैं उन्हें भी दोनों देवों को राखी अर्पित करनी चाहिए।
रक्षाबंधन के दिन हनुमान जी को राखी बांधने के लिए इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि करने के पश्चात हनुमानजी के किसी मंदिर में जाएं और उन्हें सिंदूर, लाल चंदन, लाल फूल, व चावल अर्पित करें।
रक्षाबंधन पर्व पर भगवान श्री गणेश को राखी बांधने के लिए उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के पास एक बड़ा गणेश मंदिर है, जहां हर साल रक्षाबंधन के दिन देश विदेश से हजारों बहनें राखी भेजती हैं और राखी के दिन सभी राखियों को गणेश भगवान के कलाई पर बांधा जाता है। जानाकरों के अनुसार भगवान शिव और पार्वती जहां सम्पूर्ण विश्व के पिता व माता हैं, वहीं ऐसे में उनके पुत्र गणेश को भाई के समान माना जा सकता है। इसी मान्यता का अनुसरण करते हुए आज भी पूरी दुनिया से राखी के दिन बहने अपने प्यारे भाई गणेश भगवान के लिए राखी भेजती हैं।