19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

वित्तमंत्री ने कहा- राजकोषीय घाटा लक्ष्य में संशोधन की कोई योजना नहीं

कॉरपोरेट कर घटाने से राजकोष को 1.45 लाख करोड़ रुपए का नुकसान सरकार 2020 के बजट से पहले राजकोषीय घाटा लक्ष्य की करेगी समीक्षा

2 min read
Google source verification

image

Saurabh Sharma

Sep 23, 2019

nirmala sitharaman

Finance Minister Nirmala Sitharaman

नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कॉरपोरेट कर की दर घटाने के बाद राजकोषीय घाटा लक्ष्य में संशोधन या खर्च में किसी प्रकार की कटौती करने की सरकार की कोई योजना नहीं है। विनिर्माताओं को खुश करने, निजी निवेश व उपभोग बढ़ाने और छह साल के निचले स्तर पर जा चुकी देश की आर्थिक विकास दर में सुधार लाने के मकसद से सरकार ने शुक्रवार को कॉरपोरेट कर की दर में कटौती की घोषणा की। कॉरपोरेट कर घटाने से राजकोष को 1.45 लाख करोड़ रुपए का नुकसान होगा।

यह भी पढ़ेंः-दो सप्ताह में 2 रुपए बढ़ गए पेट्रोल और डीजल के दाम, दिल्ली में 67 के करीब पहुंचा डीजल

सीतारमण ने कहा कि राजकोष में आने वाली इस कमी को पूरा करने के लिए खर्च में कटौती करने की सरकार की कोई योजना नहीं है। वित्तमंत्री ने इससे पहले कहा था कि विकास को रफ्तार देने के मकसद से पूंजी प्रवाह बढ़ाने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर से संबंधित मंत्रालयों से खर्च का बोझ कम करने को कहा गया है। सीतारमण ने अब कहा है कि सरकार 2020-21 के बजट के आसपास ही राजकोषीय घाटा लक्ष्य की समीक्षा करेगी।

यह भी पढ़ेंः-1300 अंकों की बढ़त के साथ खुला सेंसेक्स, निफ्टी 11600 अंकों की ऊंचाई पर पहुंचा

उन्होंने यहां अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, "इस समय हम किसी लक्ष्य में संशोधन नहीं करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समय खर्च में कटौती करने की भी कोई योजना नहीं है। सीतारमण ने कहा कि कॉरपोरेट कर की दर में कटौती करने का कदम एक आकलनपरक जोखिम है और उन्होंने अब तक इस वित्त वर्ष के लिए राजस्व व खर्च लक्ष्य में कोई संशोधन नहीं किया है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार 2019-20 की दूसरी छमाही के लिए बाजार से अतिरिक्त उधारी पर भी बाद में फैसला लेंगी।