
आशा, आंगनवाड़ी और रोजगार सेविकाओं ने तहसीलदार की मीटिंद में किया हंगामा, जानिए वजह
फिरोजाबाद। सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में संविदा पर कर्मचारी तैनात किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग में आशाओं को रखा गया है तो वहीं बच्चों को पुष्टाहार बांटने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को और रोजगार सेविकाओं की तैनाती की गई है। समय से वेतन न मिलने के कारण इनके परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शुक्रवार को जसराना तहसील के सभागार में बीएलओ को लेकर बुलाई गई बैठक में आशा, आंगनवाड़ी और रोजगार सेविकाओं ने वेतन न मिलने पर बीएलओ कार्य न करने की चेतावनी दी। इस दौरान जमकर हंगामा भी किया।
तहसील में बुलाई गई थी बैठक
जसराना के तहसील सभागार में तहसीलदार बिंदा प्रसाद पटेल ने जसराना तहसील के तीनों ब्लॉकों की आशायें, आंगनवाड़ी कार्यकत्री और रोजगार सेविकाओं-सेवकों की दोपहर में बैठक बुलाई थी। सभी को वोट काटने और बढ़ाने के लिये बीएलओ का कार्य सौंपने की बात कही गई। इसी पर सभी आशायें, आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं रोजगार सेवकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और बीएलओ का कार्य नहीं करने को कहा। उन्होंने कहा कि उनके पास और भी कार्य हैं पिछले बार का भी मानदेय अभी तक नहीं मिला है।
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तहसीलदार के समझाने पर नहीं माने
तहसीलदार ने उन्हें काफी मनाने का प्रयास किया पर वह नहीं मानीं। उन्होंने साफ कह दिया जब तक उनका मानदेय नहीं मिलेगा तब तक वह बीएलओ का कार्य नहीं करेंगी। इस दौरान उनकी तहसीलदार से नोकझोक भी हुई पर वह अपनी मांग पर अडी रहीं। काफी देर तक हंगामा भी चलता रहा तो तहसीलदार को मीटिंग समाप्त करनी पड़ी।
Updated on:
22 Jun 2018 07:09 pm
Published on:
22 Jun 2018 07:07 pm
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